यह पुरस्कार पिछले तीन दशकों के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को दिया जाता है।
मेस्सी के हमवतन अल्फ्रेडो डि स्टेफानो यह पुरस्कार प्राप्त करने वाले एकमात्र व्यक्ति हैं। 1989 में जब सुपर बेलोन डी'ओर और बेलोन डी'ओर दोनों के मूल संगठन फ्रांस फुटबॉल ने अपनी 30-वीं वर्षगांठ मनाई अल्फ्रेडो डि स्टेफानो को सम्मानित किया गया था। उस समय सुपर बेलोन डी'ओर के लिए केवल यूरोप के खिलाड़ियों पर विचार किया गया था, और डि स्टेफानो ने नामांकित लोगों की सूची में एक जगह बनाई क्योंकि उनके पास एक स्पेनिश पासपोर्ट था।
जबकि डि स्टेफ़ानो ने रियल मैड्रिड सहित पांच क्लबों के लिए 376 मैचों में 521 गोलों के साथ अपने क्लब करियर का अंत किया, तो मेस्सी के अभी 799 गोल दर्ज किये गये हैं, जिनमें से अधिकांश बार्सिलोना में उनके लंबे कार्यकाल के दौरान किये गये थे।
इसके अलावा, मेस्सी फुटबॉल इतिहास में एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं , जिसने लगातार कोपा अमेरिका, यूरोपीय और विश्व चैंपियंस को हराया है । पिछले साल कोपा अमेरिका के फाइनल में ब्राजील को पछाड़कर इस साल की शुरुआत में फाइनलि सिमा में यूरो विजेता इटली को, और सप्ताहांत में 2018 के विश्व चैंपियंस यानी फ्रांस को भी हरा दिए हैं ।
लिवरपूल के दिग्गज जेमी कैराघेर और इंग्लैंड के डेक्लान राइस सहित कई विशेषज्ञों ने कतर में ला एल्बिसेलेस्टे के साथ अपना पहला विश्व कप विजेता का खिताब हासिल करने के बाद मेस्सी को पहले ही दुनिया का सबसे महान खिलाड़ी घोषित कर दिया गया है।
इसलिए उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में फ्रांस फुटबॉल 35 वर्षीय मेगास्टार को सुपर बेलोन डी'ओर से सम्मानित करेगा। दिलचस्प बात यह है कि बार्सिलोना के पूर्व तावीज़ फ्रांसीसी संगठन से घनिष्ठ संबंध बनाए रखता है। पिछले साल पेरिस में और कुछ साल पहले भी भी कुल मिलाकर उस ने सात बेलोन डी'ओर पुरस्कार जीते हैं।