चीन और कुछ अन्य देशों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को लोकसभा में बोलते हुए राज्यों से सामुदायिक सतर्कता बढ़ाने और टीकों की एहतियाती खुराक को बढ़ाने का आग्रह किया।
मंडाविया ने लोकसभा में एक बयान किया:
“सरकार नजर रख रही है और महामारी के कारण स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में चुनौतियों का सामना करने के लिए कदम उठा रही है। राज्यों को सामुदायिक सतर्कता बढ़ाने और कोविड पर नियंत्रण करने की सलाह दी जा रही है। राज्यों को सभी सकारात्मक मामलों के लिए जीनोम अनुक्रमण करने की सलाह दी गई है। इससे नए वेरिएंट की पहचान करने और इससे निपटने के लिए मजबूत कदम उठाने में मदद मिलेगी। आने वाले त्योहारों को ध्यान में रखते हुए, राज्यों को मास्क पहनने और स्वच्छता जैसे कोविड उपयुक्त व्यवहार के बारे में जागरूकता फैलाना चाहिए। राज्यों को टीके की एहतियाती खुराक के बारे में जागरूकता पैदा करने और इसके प्रशासनीक प्रबंधन को बढ़ाने के लिए कदम उठाने चाहिए।"
भारत में अब तक Omicron सब-वैरिएंट BF.7 के तीन मामले सामने आए है, बताया जाता है कि चीन में बढ़ते मामलों के पीछे यही वैरिएंट है।
स्वास्थ्य मंत्री मांडाविया ने आगे कहा।
“हमने भारत में आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों में से 2 प्रतिशत का रेंडम सेंपलिंग शुरू कर दिया है। हम 'ट्रेस, ट्रैक एंड ट्रीट' और कोविड उपयुक्त व्यवहार के माध्यम से महामारी का प्रबंधन करना जारी रखेंगे। हम महामारी से निपटने के लिए प्रतिबद्ध हैं । सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। मैं महामारी से निपटने में सभी दलों और सदस्यों की सहायता चाहता हूं। सदस्यों को अपने निर्वाचन क्षेत्रों में जागरूकता फैलानी चाहिए”
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोविड-19 दुनिया भर में जीवन और आजीविका को प्रभावित कर रहा है, पिछले तीन वर्षों में, वायरस की बदलती प्रकृति ने वैश्विक स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर दिया है। पिछले कुछ दिनों में, कई देशों में कोविड मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है। लेकिन पिछले एक साल में कोविड के मामलों में लगातार गिरावट आ रही है। वर्तमान में, देश भर में औसतन 153 कोविड मामले दर्ज किए जा चुके हैं। बाकी दुनिया में 5.87 लाख कोविड मामले दर्ज किए जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्यों ने मिलकर 220 करोड़ टीके लगाकर कीर्तिमान स्थापित किया है । जिसमें 90 प्रतिशत आबादी को दोनो ही खुराक दी जा चुकी है । उन्होंने कहा कि 25 प्रतिशत से अधिक लोगों को एहतियाती खुराक भी दिया जा चुका है।
उन्होंने आगे भी कहा, "तकनीकी सहायता के अलावा, सरकार ने महामारी के खिलाफ लड़ाई में राज्यों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष, आपातकालीन कोविड प्रतिक्रिया पैकेज और पीएम आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के माध्यम से सहायता प्रदान की है।"