एजेंसी के सूत्रों ने कहा, "ऑक्सीजन सुविधाओं, वेंटिलेटर, लोजिस्टिक्स और मानव संसाधनों की उपलब्धता पर विशेष जोर देने के साथ, कोविड-19 से निपटनेवाली सुविधाओं की परिचालन तैयारी सुनिश्चित करने के लिए अभ्यास किया जाएगा।"
मीडिया सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार को भारतीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और देश के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों की होने वाली बैठक के अंत के बाद अभ्यास के आधिकारिक निर्देश दिए जाएंगे।
एक दिन पहले भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों में कोविड-19 की निगरानी बढ़ाने का आदेश दिया था, और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनने और कोरोनोवायरस से निपटने वाली सुविधाओं का निरीक्षण करने का भी आह्वान किया था।
देश में कोविड-19 की स्थिति, स्वास्थ्य व्यवस्था और लोजिस्टिक्स की तैयारी, टीकाकरण अभियान की स्थिति, देश में कोविड-19 के नए प्रारूपों के उभरने और उनके देश में स्वास्थ्य व्यवस्था पर प्रभाव का आकलन करने के लिए आयोजित की गई उच्च-स्तरीय बैठक में ये निर्देश दिये गये थे। यह कहा गया कि यह बैठक विशेष रूप से चीन सहित कुछ देशों में कोविड-19 के मामलों की संख्या में तेज वृद्धि के कारण आयोजित की गई थी।
भारत कोविड-19 के मामलों की संख्या के अनुसार दुनिया भर में दूसरे स्थान पर है। जब मार्च 2020 में देश में महामारी शुरू हुई थी, तब से 4.46 करोड़ से अधिक लोगों को कोविड-19 हुआ है, 4.41 करोड़ से अधिक लोग ठीक हो चुके हैं, और 5.3 लाखों से अधिक लोगों की मौत हुई है। अधिकारियों के अनुसार, भारत में कोविड के 10 प्रकार दिखाई दी हैं। इसके साथ बिएफ.7 कोविड का एक प्रकार वाले चार लोग दिखाई दिए हैं, जो चीन में इस बीमारी के मौजूदा उछाल का कारण है।