भारत की दो सहकारी संस्थाएं जी2जी सौदे के तहत बांग्लादेश को दो लाख टन चावल निर्यात करेंगी, जो भारत में निजी व्यापारियों से पचास हजार टन अतिरिक्त खरीदेगा। यह सौदा निजी ट्रेडर के टेंडर प्राइस से 11 प्रतिशत से ज्यादा पर हुई है।
सूत्रों के मुताबिक दोनों सहकारी समितियों को निजी व्यापार पर 40 डॉलर प्रति टन का भारी प्रीमियम मिलेगा, जिससे सरकार को एक बड़ा लाभ हासिल होगा। गौरतलब है कि भारी प्रतिस्पर्धा में निजी व्यापार एक-दूसरे से मूल्य कम करके घाटे में रहा है।
नई दिल्ली स्थित केंद्रीय भंडार (सेंट्रल गवर्नमेंट एम्प्लॉइज कंज्यूमर को-ऑपरेटिव सोसाइटी) साख पत्र खुलने की तारीख से 75 दिनों के भीतर एक लाख टन गैर-बासमती उबले चावल 433.50 डॉलर प्रति टन की दर से आपूर्ति करेगा। केन्द्रीय भंडार को कुल अनुबंधित मात्रा का 70 प्रतिशत जहाज से और शेष 30 प्रतिशत ट्रेन से भेजना होगा।
वहीं दूसरी संस्था नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया साख पत्र खुलने की तारीख से 70 दिनों के भीतर बांग्लादेश को 433.60 डॉलर प्रति टन की दर से एक लाख टन उबले चावल की आपूर्ति करेगा।
व्यापार सूत्रों के अनुसार, इसके अलावा रायपुर स्थित चावल निर्यातक ने बांग्लादेश को 393.30 डॉलर प्रति टन पर पचास हजार टन चावल की आपूर्ति करने का टेंडर हासिल किया है।
सूत्रों के मुताबिक दोनों सहकारी समितियों को निजी व्यापार पर 40 डॉलर प्रति टन का भारी प्रीमियम मिलेगा, जिससे सरकार को एक बड़ा लाभ हासिल होगा। गौरतलब है कि भारी प्रतिस्पर्धा में निजी व्यापार एक-दूसरे से मूल्य कम करके घाटे में रहा है।
नई दिल्ली स्थित केंद्रीय भंडार (सेंट्रल गवर्नमेंट एम्प्लॉइज कंज्यूमर को-ऑपरेटिव सोसाइटी) साख पत्र खुलने की तारीख से 75 दिनों के भीतर एक लाख टन गैर-बासमती उबले चावल 433.50 डॉलर प्रति टन की दर से आपूर्ति करेगा। केन्द्रीय भंडार को कुल अनुबंधित मात्रा का 70 प्रतिशत जहाज से और शेष 30 प्रतिशत ट्रेन से भेजना होगा।
वहीं दूसरी संस्था नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया साख पत्र खुलने की तारीख से 70 दिनों के भीतर बांग्लादेश को 433.60 डॉलर प्रति टन की दर से एक लाख टन उबले चावल की आपूर्ति करेगा।
व्यापार सूत्रों के अनुसार, इसके अलावा रायपुर स्थित चावल निर्यातक ने बांग्लादेश को 393.30 डॉलर प्रति टन पर पचास हजार टन चावल की आपूर्ति करने का टेंडर हासिल किया है।