महाराष्ट्र की राज्य सरकार ने गुरुवार को घोषणा की, कि बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह की प्रबंधक दिशा सालियान की मौत की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया जाएगा।
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने सालियन की मौत की जांच की मांग की थी। वे स्पष्ट रूप से शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के विधायक और पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे को निशाना बना रहे थे। इस पर डिप्टी सीएम और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सदन में कहा, "मामला पहले से ही मुंबई पुलिस के पास है, जिनके पास पुख्ता सबूत है वे दे सकते हैं। एसआईटी इसकी जांच करेगी।"
एसआईटी के गठन के फैसले पर नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार ने आपत्ति जताते हुए कहा कि सीबीआई ने पहले ही मामले का निष्कर्ष निकाल लिया है । और सालियन के माता-पिता ने भी अनुरोध किया था, कि सार्वजनिक रूप से उसकी मौत के मुद्दे को बार-बार उठाकर उसकी छवि खराब नहीं की जानी चाहिए। इसलिए, मामले को राजनीतिक एंगल से नहीं देखा जाना चाहिए और इसे राजनीतिक मोड़ नहीं दिया जाना चाहिए।
विदित है, कि इस साल नवंबर में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने बीजेपी पर निशाना साधा था जब सीबीआई ने कथित तौर पर निष्कर्ष निकाला था, कि सालियन की मौत महज एक दुर्घटना थी। हालांकि तब सीबीआई सूत्रों ने भारतीय मीडिया से कहा था, कि उन्होंने न तो कोई मामला दर्ज किया है, और न ही उसकी मौत की कोई विशेष जांच की है। राजपूत की मौत की जांच के हिस्से के रूप में उन्होंने कुछ पूछताछ की थी क्योंकि वह उनकी टैलेंट मैनेजर थीं, लेकिन वे किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे थे।