काबुल विश्वविद्यालय के एक प्राध्यापक का एक वीडियो वर्तमान में सोशल मीडिया पर दुनिया भर में ध्यान आकर्षित कर रहा है, जब उसको एक लाइव टीवी शो के दौरान अपने डिप्लोमा को फाड़ते हुए देखा गया था, यह घोषणा करते हुए कि शिक्षा का अब कोई अर्थ नहीं है जब उसकी मां या बहन अध्ययन नहीं कर सकती। इस क्लिप में, प्राध्यापक मेज़ से अपने डिप्लोमा उठाने से पहले एक टीवी होस्ट के साथ बातचीत कर रहा था और फिर स्तब्ध प्रस्तुतकर्ता के देखते डिप्लोमा फाड़ने लगा।
बुधवार सुबह को ट्विटर पर वायरल पोस्ट को साझा करते हुए, अफगान पुनर्वास मंत्री और शरणार्थियों के मंत्री के पूर्व नीति सलाहकार शबनम नसीमी ने लिखा कि, "यह आश्चर्यजनक दृश्य है जब काबुल विश्वविद्यालय का प्राध्यापक अफगानिस्तान में लाइव टीवी पर अपने डिप्लोमा को नष्ट कर देता है।"
जैसे ही वीडियो ने ध्यान आकर्षित किया, कई उपयोगकर्ताओं ने इस मामले पर अपने विचार साझा किए।
एक नेटवर्क उपयोगकर्ता ने लिखा कि "मैं इस आदमी का एक शब्द भी नहीं समझता, लेकिन अपनी पत्नी और बेटी के बचाव में उसके जुनून को बस देखना महिलाओं को उनकी संस्कृति में आगे बढ़ने में अथाह है। उनके प्रति बहुत सम्मान और प्रशंसा।
इस बीच, कुछ अन्य लोगों ने इस वीडियो को देखने के बाद इस प्राध्यापक सुरक्षा पर अपनी चिंताओं को व्यक्त किया।
तालिबान ने महिलाओं के लिए शिक्षा पर प्रतिबंध लगाया है
वायरल वीडियो इस के कुछ दिनों बाद सामने आया जब तालिबान के उच्च शिक्षा मंत्रि ने यह घोषणा की कि महिलाओं को इसी क्षण से इस्लामिक देश भर के विश्वविद्यालयों में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
पिछले साल संबंधित आदेश के तहत माध्यमिक शिक्षा से बाहर किए जाने के बाद विश्वविद्यालयों में पढ़ाई पर प्रतिबंध अफगान महिलाओं के लिये एक और चुनौती बन गया।
महिलाओं और लड़कियों को शिक्षा प्राप्त करने से रोकने के अलावा, तालिबान ने उन पर कई अन्य प्रतिबंध भी लगाए हैं। नवंबर में महिलाओं को पार्कों, जिम जाने और सार्वजनिक स्नान करने पर प्रतिबंध लगा दिया।
अन्य प्रतिबंधों में से, महिलाओं और लड़कियों के साथ उनके पति, पिता या भाई सहित एक पुरुष अभिभावक होना और बाहर जाते समय उनको सिर से पैर तक बुर्का पहनना शामिल हैं।
* आतंकवादी गतिविधियों के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित