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दोस्त या दुश्मन? 2022 में ज़ेलेंस्की से मिले पश्चिमी नेता

वर्तमान और पूर्व पश्चिमी नेता, बोरिस जॉनसन से लेकर इमैनुएल मैक्रों और जो बाइडेन खाकी-पहने वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की से हाथ मिलाने के लिए कतारबद्ध हैं, क्योंकि अब वे कॉमेडियन की बजाय राजनेता और युद्ध-नेता की भूमिका निभाने की कोशिश कर रहे हैं।
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यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की अपने ही देश के कई हिस्सों में लोकप्रियता हरा सकते हैं, चूंकि वह पश्चिमी राजनेताओं के प्रिय हैं। चूंकि रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन को डी-नाज़ीफाई करने के लिए अपना सैन्य अभियान शुरू किया था, ज़ेलेंस्की ने दर्जनों विदेशी वीआईपी यात्रिओं का स्वागतसत्कार किया है । और यूरोपीय और उत्तरी अमेरिकी राजधानियों में बहुत कुछ जवाबी यात्राएं की हैं। नकद और सैन्य हथियारों को मांगते हुए, पूर्व कॉमेडियन और अभिनेता ने राष्ट्रीय संसदों को वीडियो से और कभी-कभी व्यक्तिगत रूप से संबोधित किया है।

बोजो मोजो

ब्रिटिश प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन ने 2022 में अप्रैल, जून और अगस्त में कीव की कुल तीन यात्राएँ कीं - आखिरी बार तब की थी जब उन्होंने पीएम के रूप में अपने इस्तीफे की घोषणा की थी।
पहली यात्रा तब हुई जब कथित तौर पर जॉनसन ने रूस के साथ शांति वार्ता से बाहर निकलने के लिए ज़ेलेंस्की को प्रोत्साहित किया। नाटो-सदस्य तुर्की, उस शांति वार्ता की मध्यस्थता करने वाली थी, जिसके तहत डोनेट्स्क और लुगांस्क लोगों के गणराज्यों के यूक्रेनी नियंत्रण को खत्म करने और क्रीमिया के लिए रूस के दावे को मान्यता देने और कीव के लिए तटस्थता के समझौते पर सहमति व्यक्त की जा सकती थी।
British Prime Minister Boris Johnson and Ukrainian President Volodymyr Zelensky walk down the street in central Kiev for a photo op, August 24, 2022.
ब्रिटिश पीएम ने एंटी-शिप मिसाइल हार्पून और 120 बख्तरबंद वाहनों सहित भारी हथियारों की आपूर्ति करने का भी वचन दिया। उस समय यह प्रभावशाली लग रहा था, लेकिन उनमें से 80 वाहन हल्के-बख़्तरबंद मास्टिफ़ गश्ती बख़्तरबंद कारें थीं। मिसाइलों को कभी भी लॉन्च भी नहीं किया गया हो, क्योंकि रूस का दावा है कि इस ने अमेरिका और डेनमार्क के सभी तट-आधारित लॉन्च प्लेटफॉर्मों को नष्ट कर दिया गया था, जबकि वे मिसाइलें अभी भी यूक्रेनी गोदामों में रहीं।
जॉनसन के उत्तराधिकारी लिज़ ट्रस विदेश सचिव के रूप में रूस के साथ सैन्य टकराव के प्रमुख प्रस्तावक थी। रूसी विदेश मामलों के मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ 10 फरवरी की बैठक में, उन्होंने जोर देकर कहा कि ब्रिटेन कभी भी रूस के वोरोनिश और रोस्तोव क्षेत्रों पर (जो रूस में ही स्थित हैं) मास्को की संप्रभुता को मान्यता नहीं देगा - उत्तर और पूर्व में यूक्रेन की सीमाओं के बाहर - और उन्होंने "काले सागर के आस-पास हमारे बाल्टिक सहयोगियों" का समर्थन करने की कसम खाई।"
बाद में उन्होंने पूर्व ब्रिटिश सैनिकों को यूक्रेनी सेना के साथ भाड़े के सैनिकों के रूप में लड़ने के लिए प्रोत्साहित किया, और गर्मियों के दौरान कंजर्वेटिव पार्टी नेतृत्व की दौड़ में उन्होंने यह कहा कि वह परमाणु मिसाइल लॉन्च करने के लिए तैयार थी।
मास्को ने इस दावे को भी गंभीरता से लिया है कि उन्होंने रूस की नॉर्ड स्ट्रीम 1 और नॉर्ड स्ट्रीम 2 गैस पाइपलाइनों पर बमबारी के बाद "यह हो गया" कहने के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन को एक पाठ संदेश भेजा। लेकिन जैसा कि ट्रस 10 डाउनिंग स्ट्रीट में केवल छह सप्ताह तक रहीं, उन्हें पीएम के रूप में कीव जाने का मौका नहीं मिला। लेकिन यह मौका उनके प्रतिस्थापन ऋषि सुनक को मिला, जिन्होंने रूस के साथ संघर्ष को लम्बा करने के लिए ज़ेलेंस्की को प्रोत्साहित करने के जॉनसन के शब्दों को दोहराया। सुनक ने 125 एंटी-एयरक्राफ्ट गन के रूप में और अधिक 'घातक सहायता' देने का भी वादा किया – जो बहुत लोगों के लिए आश्चर्य की बात है, क्योंकि ब्रिटिश सशस्त्र बलों ने दशकों से ऐसे हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया है।

अंकल सैम

सितंबर 2019 में राष्ट्रीय नेता के रूप में ज़ेलेंस्की की वाशिंगटन की पहली यात्रा ऐसी नहीं निकली जिसकी उन्हें उम्मीद थी। तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने कई सौ जेवलिन शोल्डर-लॉन्च एंटी-टैंक मिसाइल भेजने का दावा किया और नाटो के अन्य सदस्यों को उनकी उदारता से उदाहरण लेने को कहा। इसके बाद उन्होंने ज़ेलेंस्की को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शांति बनाने के लिए कहा।
चाहे व्हाइट हाउस में कोई भी क्यूँ न हो, अमेरिकी विदेश नीति वही की वहीं बरकरार रहती है क्या यह सच है, या नहीं ? ट्रम्प के उत्तराधिकारी जो बाइडन, जिनके बेटे हंटर ने यूक्रेनी गैस फर्म बुरिस्मा में एक अच्छी-खासी कार्यकारी नौकरी का आनंद लिया, ज़ेलेंस्की की अटलांटिक में प्री-क्रिसमस यात्रा के दौरान उनके प्रति अत्यधिक अनुकूल था। स्वेटशर्ट और कार्गो पैंट पहने हुए ज़ेलेंस्की ने हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी और उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस को एक यूक्रेनी झंडा भेंट किया, जिस पर सैनिकों ने हस्ताक्षर किए थे, और बदले में सितारों और पट्टियों वाला एक झंडा प्राप्त किया। प्रशासन ने उन्हें एक अरब डॉलर की पैट्रियट सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (एसएएम) बैटरी का भी वादा किया - छह महीने में - और लगभग 150 और हल्की बख़्तरबंद कारें भी।

पावर-ट्रायो

जून में ज़ेलेंस्की को यूरोपीय संघ (EU) के तीन बड़े नेताओं की मेजबानी करने का मौका मिला: यानी इटली के प्रधान मंत्री मारियो द्राघी, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ की।
स्कोल्ज़ ने कथित तौर पर कीव को एक 'छिपा संदेश दिया कि जर्मनी यूक्रेन को यूरोपीय संघ की (और आगे में नाटो की भी) सदस्यता के लिए 'शॉर्टकट' नहीं देगा। जर्मन समाचार मीडिया के अनुसार, चांसलर ने जोर देकर यह कहा कि यूक्रेन को पहले अपने "कुख्यात भ्रष्टाचार" से निपटना चाहिए और खुद को एक कार्यात्मक, संवैधानिक राज्य में बदलना चाहिए। द्राघी को अपने पद को छोड़ना पड़ा है, सितंबर के चुनावों में जियॉर्जिया मेलोनी के नए प्रधान मंत्री इटली के दक्षिणपंथी गठबंधन ब्रदर्स, और मैटेओ साल्विनी की लीग नॉर्थ और सिल्वियो बर्लुस्कोनी के फोर्ज़ा इटालिया की जीत के बाद।
German Chancellor Olaf Scholz, Ukrainian President Volodymyr Zelensky, 16 June 2022. Screengrab from video.
जबकि मेलोनी ने यूक्रेन को सशस्त्र बनाए रखने का संकल्प लिया है, बर्लुस्कोनी के रूस के पुतिन के साथ अच्छे संबंध हैं।
पांच महीने बाद, पूर्व ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने यूरो पावर-ट्रायो की आलोचना की, यह दावा करते हुए कि संघर्ष की शुरुआत से वे यूक्रेन के 'दबने' का इंतजार कर रहे थे ताकि रूस के साथ पहले की तरह से व्यापार जारी रख सकें।

यूक्रेन का उर्सुला

यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन सितंबर में कीव में ज़ेलेंस्की के साथ एक फोटो खींचने के अवसर को नहीं छोड़ सकी। इस पूर्व जर्मन रक्षा मंत्री ने पहले ही यूक्रेन को अरबों यूरो दिए थे, जिसमें नव-नाजी शामिल आतंकवादी बटालियनों के लिए हथियार खरीदने के लिए यूरोपीय संघ के यूरोपीय शांति सुविधा कोष के बजट का उपयोग करके।

दूर खम्बे

ज़ेलेंस्की की वाशिंगटन की यात्रा से पहले कीव जाने वाले अंतिम नेता पड़ोसी पोलैंड के राष्ट्रपति एंड्रेज डूडा थे। मुस्कराहट और हाथ मिलाने के बावजूद, यह यात्रा तनाव से भरी थी। हजारों 'पूर्व' पोलिश सैनिकों के यूक्रेन में रूसी सेना से स्वयंसेवकों के रूप में लड़ने को ध्यान में रखते हुए कई लोगों ने वारसॉ सरकार पर देश को (और आगे में नाटो को भी) रूस के साथ सीधे संघर्ष में घसीटने का आरोप लगाया है।
दोनों देशों के बीच रिश्ते और ज़्यादा तनावपूर्ण पिछले नवंबर में बन गये हैं, जब एक यूक्रेनी SAM (सतह से हवा में मिसाइल) ने पोलिश सीमा के पास एक खेत में दो लोगों की हत्या कर दी थी। यह दावा करते हुए कि रूस ने नाटो क्षेत्र पर जानबूझकर एक क्रूज मिसाइल दागी थी, ज़ेलेंस्की ने यह स्वीकार करने से इनकार कर दिया कि यह यूक्रेन की गलती थी और माफी माँगने से भी इनकार कर दिया। एक बार फिर यूक्रेन के पश्चिमी क्षेत्रों, मुख्य रूप से ल्विव, पर कब्जा करके अपने 16 वीं शताब्दी के साम्राज्य को पुनर्जीवित करने का पोलैंड का संभावित सपना वारसॉ और कीव के बीच संबंधों पर भी प्रभाव डालता है।
Ukrainian President Volodymyr Zelensky (R) and his Polish counterpart Andrzej Duda shake hands during a press conference following their talks in Kiev on May 22, 2022
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