भारत के केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने गुजरात के अमरेली में अपने तरह की पहली मोबाइल इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) मोबाईल लैब का उद्घाटन किया और इसमें यह खास बात है कि भारत में जानवरों के लिए पहली आईवीएफ़ मोबाईल लैब है।
इस मोबाइल लैब का काम उत्तम नस्ल की साहीवाल गायों से अन्य नस्लों के पशुओं के प्रजनन को बढ़ावा दिया जाएगा। भारत की पहली आईवीएफ मोबाइल यूनिट ने नए साल से काम करना शुरू कर दिया है।
आईवीएफ क्या है?
आईवीएफ क्या है?
आईवीएफ में मादा जानवरों के अंडे और जानवरों के स्पर्म को मिलाकर एग बनाया जाएगा जिससे आगे अच्छी नस्ल की गायों की संख्या बढ़ाने में मदद मिलेगी। जानवरों के लिए इस तरह की देश में पहली एडवांस टेक्नोलॉजी है।
इन विट्रो फर्टिलाइजेशन या आईवीएफ की मदद से इसमें जानवरों का प्रजनन किया जाता है। इससे पशुओं की स्वदेशी नस्लों में सुधार भी होता है जिससे देश में दूध के उत्पादन को बढ़ाने में भी मदद मिल सकती है। राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड आईवीएफ के जरिए गर्भाधान स्थापित करने के लिए लगातार काम कर रहा है।
केंद्रीय मंत्री रूपाला ने कहा कि इस तकनीक की मदद से गायों की संख्या बढ़ाने में मदद मिलेगी और सर्वोत्तम दूध देने वाली गायों की नस्लों को बढ़ाने से किसानों और पशुपालकों को फायदा मिलेगा।