श्रीलंका के आर्थिक संकट से उबरने के प्रयासों के बीच संयुक्त राष्ट्र ने वित्तीय और तकनीकी सहायता का आश्वासन दिया।
दरअसल श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में संयुक्त राष्ट्र के सहायक महासचिव और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के एशिया और प्रशांत के क्षेत्रीय निदेशक कन्नी विघ्नराजा ने यह सुनिश्चित किया है।
दरअसल श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में संयुक्त राष्ट्र के सहायक महासचिव और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के एशिया और प्रशांत के क्षेत्रीय निदेशक कन्नी विघ्नराजा ने यह सुनिश्चित किया है।
द्वीप देश में आर्थिक संकट को हल करने में राष्ट्रपति विक्रमसिंघे और उनकी सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की यूएन अधिकारी ने सराहना की।
इससे पहले अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने सितंबर 2022 में घोषणा की कि वह दिवालिया द्वीप राष्ट्र को उसके सबसे खराब आर्थिक संकट से उबारने और लोगों की आजीविका की रक्षा करने में मदद करने के लिए एक प्रारंभिक समझौते के तहत श्रीलंका को चार वर्षों में लगभग 2.9 बिलियन अमरीकी डॉलर का ऋण प्रदान करेगा।
बता दें कि श्रीलंका में खाद्य पदार्थों, ईंधन, दवाइयों और अन्य आवश्यक वस्तुओं की भारी क़िल्लत के विरोध में मार्च 2022 में द्वीप देश में उग्र प्रदर्शन भड़क उठे थे, जिसके बाद तत्कालीन राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया था, और देश छोड़कर भाग गए थे।