भारत के सबसे बड़े वैक्सीन निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने पुणे में भारती विद्यापीठ के एक कार्यक्रम में कहा कि कोविड-19 वायरस के लिए कोवोवैक्स वैक्सीन को अगले 10 से 15 दिनों में बूस्टर खुराक के रूप में मंजूरी मिल जाएगी।
"कोवोवैक्स की प्रभावकारिता नए कोविड वेरिएंट के मुकाबले बेहतर है। हमें उम्मीद है कि संभवत: अगले 10-15 दिनों में जल्द ही अनुमति मिल जाएगी,'' सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा।
कोबोवैक्स वैक्सिंग दो चरणों में इस्तेमाल की जाने वाली वैक्सीन है, इसको 2 डिग्री से लेकर 8 डिग्री सेल्सियस तक स्टोर किया जा सकता है। इसके तीसरे चरण के ट्रायल की एफीकेसी 90.4 प्रतिशत रही और वैक्सीन को अमेरिका बेस्ट बायोटेक्नोलॉजी कंपनी नोवेवेक्स ने विकसित किया है और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में इसे बनाया है।
पूनावाला ने आगे कहा कि कोवोवैक्स कोविशील्ड वैक्सीन की तुलना में ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ बेहतर काम करती है।
भारतीय मीडिया के मुताबिक सीरम इंस्टीट्यूट ने 18 वर्ष से अधिक के लोगों के लिए कोवोवैक्स की बूस्टर डोस को ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया की अनुमति के लिए दिसंबर के महीने में ही भेज दिया था।
भारतीय मीडिया के मुताबिक भारत में नागरिकों को दी जाने वाली वैक्सीन की अधिकांश खुराक कोविशील्ड की हैं, और कंपनी ने कोविशील्ड की 200 मिलियन खुराक का संग्रह करने के बाद उत्पादन 2021 दिसंबर में रोक दिया गया था।