परमाणु बमों को पूरी तरह से सब कुछ नष्ट करनेवाली ताकत माना जाता है। वे वास्तव में किसी बड़े क्षेत्र को तबाह कर सकते हैं और विभिन्न तरीकों से लोगों को मार सकते हैं, लेकिन परमाणु विस्फोट से बचना संभव है, बशर्ते कि आप विस्फोट की जगह से काफी दूर हों।
यह भी महत्त्वपूर्ण है कि आप अंदर या बाहर हों और आप किस प्रकार की ईमारत में हों। इसके साथ आपकी जान बचने के लिए उस पर भी ध्यान देना चाहिए कि उस ईमारत में आप किस जगह में हैं।
साइप्रस में निकोसिया विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और अध्ययन के सह-लेखक दिमित्रिस ड्रिकाकिस ने न्यूज़ रिलीज़ में कहा कि "हमारे अध्ययन से पहले विस्फोट की लहर से प्रभावित किसी कंक्रीट-रैनफोरसेड इमारत में लोगों के लिए खतरे के बारे में कम जानकारी थी।"
"हमारा अध्ययन दिखाता है कि हवा की उच्च गति इस समय भी बहुत खतरनाक है और इसके कारण गंभीर चोटें या मौतें भी हो सकती हैं।"
उनका अध्ययन मंगलवार को फिजिक्स ऑफ फ्लूइड्स जर्नल में प्रकाशित हुआ था।
वैज्ञानिकों ने वह देखने के लिए उन्नत कंप्यूटर मॉडलों का प्रयोग किया था कि परमाणु बम से वायु विस्फोट किसी ईमारत से कैसे फैलता है। उन्होंने खिड़कियों, दरवाजों, गलियारों और कमरों के विभिन्न हिस्सों सहित विभिन्न स्थानों पर हवा की गति पर वह देखने के लिए ध्यान दिया था कि सबसे खराब स्थान कहाँ है।
सह-लेखक और साथी निकोसिया प्रोफेसर इओएन्निस कोकिनकिस ने कहा, "ईमारत में सबसे खतरनाक स्थान खिड़कियां, गलियारे और दरवाजे हैं।"
"लोगों को इन स्थानों से दूर रहना और तुरंत वहां से भागना चाहिए। विस्फोट से पीड़ित पहले कमरे में भी आदमी हवा की उच्च गति से बच सकता है अगर वह विस्फोट से पीड़ित दीवार के कोनों के पास खड़ा है।"
यक़ीनन विस्फोट और उसकी लहर के बीच केवल कुछ सेकंड का समय होने की संभावना है, इसलिए समय आने पर आपको बहुत जल्दी प्रतिक्रिया करनी होगी।
लेखकों ने कहा कि लहर के अलावा परमाणु बम रेडियोएक्टिव फलोउट, गिरनेवाली ग्रस्त इमारतों, बिजली और गैस लाइनों की तबाही, और निश्चित रूप से विस्फोट के कारण शुरू होनेवाली आग जैसा नुकसान करते हैं।
ड्रिकाकिस ने कहा कि "लोगों को इस सभी जानकारी को लेकर चिंतित होना चाहिए और तत्काल आपातकालीन सहायता खोजना चाहिए।"
यकीनन देशों के लिए सबसे उचित तरीका परमाणु हथियारों का उपयोग नहीं करना है।