ऑस्ट्रेलिया में कथित खालिस्तानी समर्थकों ने राष्ट्रीय ध्वज लेकर जा रहे भारतीयों पर हमला किया, इस हमले में 5 लोग घायल हो गए।
स्थानीय मीडिया ने बताया कि एक अलग सिख राज्य के लिए प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस द्वारा बुलाए गए जनमत संग्रह के दौरान ऑस्ट्रेलिया में भारतीय प्रवासी और खालिस्तान समर्थकों के बीच हाथापाई हो गई। भारतीय समर्थकों का एक समूह राष्ट्रीय ध्वज लहराते हुए फेडरेशन स्क्वायर, मेलबर्न में मतदान स्थल पर पहुंचा और इसके बाद हंगामा शुरू हो गया।
मीडिया ने विक्टोरिया पुलिस के हवाले से बताया कि 34 और 39 वर्ष की आयु के दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनके दंगात्मक व्यवहार के लिए जुर्माना नोटिस जारी किया गया।
ट्विटर पर इस घटना के कई कई वीडियो पोस्ट किये गए जिसमें खालिस्तान समर्थकों को भारतीयों पर लाठियों से हमला करते देखा गया। वीडियो में कथित खालिस्तान समर्थकों को भारतीय तिरंगे को छीनते और नुकसान पहुंचाते भी देखा गया।
वीडियो वायरल होने के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानी समर्थकों द्वारा 'भारत विरोधी गतिविधियों' की निंदा की।
"मैं ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानी समर्थक द्वारा भारत विरोधी गतिविधियों की कड़ी निंदा करता हूं। असामाजिक तत्व जो इन गतिविधियों से देश की शांति और सद्भाव को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं, उनसे सख्ती से निपटा जाना चाहिए और दोषियों को कानून के कटघरे में लाया जाना चाहिए।" सिरसा ने ट्वीट करके कहा।
भारतीय समूह को घटनास्थल से भागते देखा गया जबकि खालिस्तानी समूह ने उन्हें मारना जारी रखा। हिंदू ह्यूमन राइट्स ऑस्ट्रेलिया की निदेशक सारा एल गेट्स ने खालिस्तान समर्थकों के एक समूह द्वारा भारतीय राष्ट्रीय ध्वज ले जा रहे एक भारतीय युवक का पीछा करते हुए ट्विटर पर वीडियो साझा किया।
"खालिस्तानी अब अपने समूह के फुटेज साझा कर रहे हैं, जो एक अकेले तिरंगा ले जा रहे भारतीय युवक के पास आते हैं और फेडरेशन स्क्वायर खालिस्तान रेफरेंडम के पास उन पर हमला करते हैं। मुझे उम्मीद है कि @AusFedPolice आँख नहीं मूंदेगी," साराह एल गेट्स ने ट्वीट किया।
इससे पहले कथित रूप से खालिस्तानी समर्थकों ने मेलबर्न स्थित तीन हिंदू मंदिरों पर हमला कर खालिस्तानी समर्थित नारे लिख कर मंदिर की दीवारों को खराब कर दिया था।