अदानी एंटरप्राइजेज का मुद्दा सोमवार को भारतीय संसद के दोनों सदनों में गूंजता रहा, क्योंकि विपक्षी दलों के सांसदों ने जांच की मांग की है।
उत्तेजित विपक्षी सांसदों को शांत करने में विफल रहने के बाद लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन को तीन घंटे के लिए स्थगित कर दिया।
दरअसल विपक्षी सांसद जीवन बीमा कंपनी (LIC) और सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक (SBI) द्वारा ऋण या निवेश की जांच की मांग कर रहे थे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, LIC ने समूह में चार अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक का निवेश किया है, जबकि SBI ने अदानी समूह में कंपनियों को 2.6 अरब अमेरिकी डॉलर का ऋण दिया है।
गौरतलब है कि "Hindenburg रिसर्च" की एक रिपोर्ट के बाद अडानी के शेयरों का मूल्य लगातार गिर रहा है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अदानी ग्रुप की लिस्टेड सात कंपनियां 85 फीसदी ओवरवैल्यूड हैं और अदानी समूह दशकों से स्टॉक हेरफेर और मनी लॉन्ड्रिंग में लगा हुआ है। इस रिपोर्ट के बाद एक तरफ अदानी एंटरप्राइजेज के शेयर लगातार गिर रहे हैं वहीं संसद में राजनीतिक गतिरोध लगातार जारी है।