ओडिशा राज्य के कोरापुट जिले के एक व्यक्ति की पत्नी का आंध्र प्रदेश के एक अस्पताल से वापस लौटते समय देहांत हो गया और मृत्यु के बाद वह पत्नी के शव को कंधे पर लेकर कई किलोमीटर चल पड़ा ।
सामुलू पांगी नाम के व्यक्ति ने अपनी बीमार पत्नी इदे गुरु को हाल ही में आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम जिले के संगिवलासा के एक अस्पताल में भर्ती कराया था।
सामुलू पांगी नाम के व्यक्ति ने अपनी बीमार पत्नी इदे गुरु को हाल ही में आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम जिले के संगिवलासा के एक अस्पताल में भर्ती कराया था।
भारतीय मीडिया के मुताबिक अस्पताल के एक डॉक्टर के अनुसार, वह उपचार का बिल्कुल भी जवाब नहीं दे रही थी और पांगी को अपनी पत्नी को वापस घर ले जाने की सलाह दी गई, जो अस्पताल से करीब 100 किलोमीटर दूर था।
डॉक्टर की सलाह मानते हुए पांगी ने अपनी 30 वर्षीय पत्नी के साथ एक ऑटो में वापस घर की यात्रा शुरू की लेकिन विजयनगरम के पास रास्ते में ही उसकी पत्नी की मौत हो गई।
ऑटो चालक ने आगे यात्रा करने से मना कर दिया और उन्हें चेल्लुरु रिंग रोड पर उतार दिया।
ऑटो चालक ने आगे यात्रा करने से मना कर दिया और उन्हें चेल्लुरु रिंग रोड पर उतार दिया।
सामुलु पांगी के पास कोई और साधन न होने पर पत्नी के शरीर को अपने कंधों पर लेकर अपने घर की ओर चलना शुरू किया, जो अभी भी 80 किलोमीटर दूर था।
मीडिया के अनुसार स्थानीय लोगों ने जब इस व्यक्ति को देखा तो उन्होंने ग्रामीण सर्किल इंस्पेक्टर टीवी तिरुपति राव और गंट्याडा सब-इंस्पेक्टर किरण कुमार को सूचित किया। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने उसे रोका और मदद करने की कोशिश की। पुलिसकर्मियों ने आगे की स्थिति जानने के बाद एक एंबुलेंस की व्यवस्था की, जो पांगी और उनकी पत्नी के शव को पैतृक गांव ले गई।