विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

रूस ने सोयूज़ MS-22 अंतरिक्ष यान को बदलने के लिए मानव रहित अंतरिक्ष यान किया लॉन्च

सोयूज़ MS-22 अंतरिक्ष यान के शीतलन प्रणाली के काम न करने के कारण रूसी अंतरिक्ष निगम Roscosmos ने अगले सो MS-23 अंतरिक्ष यान को ISS में भेजने का फैसला किया था।
Sputnik
सोयूज़ एमएस-23 मानव रहित अंतरिक्ष यान शुक्रवार को बैकोनूर कोस्मोड्रोम से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की कक्षा में लॉन्च किया गया।
रॉकेट को मास्को के समयानुसार 3:24 बजे लॉन्च किया गया था। नौ मिनट में अंतरिक्ष यान रॉकेट के तीसरे चरण से अलग हो गया जिसके बाद यह ISS के लिए अपनी मानव रहित उड़ान शुरू करेगा।
सोयूज़ MS -23 ISS से 26 फरवरी की सुबह मास्को समय के अनुसार 4:01 बजे डॉक करने के लिए निर्धारित है।
अंतरिक्ष यान चालक दल को पृथ्वी पर वापस लाने के लिए मानव रहित मोड में उड़ रहा है, सोयूज़ एमएस-23 मानव रहित अंतरिक्ष यान चिकित्सा, सफाई और वायुमंडलीय आपूर्ति सहित 429 किलोग्राम (945 पाउंड) अतिरिक्त माल ले जा रहा है। जहाज वैज्ञानिक प्रयोगों के लिए उपकरण, कपड़े और खाद्य राशन के कंटेनर से भी लदा हुआ है।
पिछले दिसंबर में, सोयूज़ MS-22 के कूलिंग सिस्टम में रिसाव शुरू हो गया था जिसके कारण रूसी कॉस्मोनॉट्स सर्गेई प्रोकोपयेव और दिमित्री पेटेलिन के साथ-साथ अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री फ्रैंक रुबियो वही फंसे हैं।
नए अंतरिक्ष यान के पहुंचने के बाद सोयूज़ MS-22 को बिना चालक दल के जमीन पर उतार दिया जाएगा।
सोयूज़ MS-23 अंतरिक्ष यान कक्षा में 215 दिन बिताएगा, जिसका अर्थ है कि यह 26 सितंबर, 2023 को पृथ्वी पर वापस आएगा। इस दिन तक, प्रोकोपयेव, पेटेलिन और रुबियो अंतरिक्ष में 370 दिन बिता चुके होंगे। ISS के इतिहास में यह एक नया रिकॉर्ड होगा।
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