मंत्रालय की वेबसाइट पर जारी की गई टिप्पणी में लिखा गया कि "सीरिया में और उसके आसपास वर्तमान स्थिति पर विचारों का विस्तृत आदान-प्रदान हुआ। अंतर्राष्ट्रीय सहायता जुटाने के तत्काल मानवीय कार्यों पर विशेष ध्यान दिया गया ताकि भूकंप के परिणाम हटाए जाएं और भेदभाव, राजनीतिकरण और प्रारम्भिक शर्तों के बिना सभी जरूरतमंद और प्रभावित सीरियाई लोगों को व्यापक सहायता प्रदान की जाए।"
इस पर ध्यान दिया गया है, कि रूसी पक्ष ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रस्ताव 46/182 के तहत दमिश्क के साथ संयुक्त राष्ट्र की विशेष एजेंसियों के प्रयासों के समन्वय के महत्व पर जोर दिया है। इसके साथ रूस ने सीरिया की स्वतंत्रता, संप्रभुता, एकता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान पर ध्यान केंद्रित किया।
दस्तावेज़ में लिखा गया है, "सीरिया पर सभी अवैध एकतरफा प्रतिबंधों को हटाने पर ध्यान दिया गया, जो मानवीय गतिविधियों को रोकते हैं और आम नागरिकों के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं।"
6 फरवरी को दक्षिण-पूर्वी तुर्की में हुए शक्तिशाली भूकंपों ने पड़ोसी देश सीरिया को भी प्रभावित किया था। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, वहां मरने वाले लोगों की संख्या 1.4 हजार से अधिक है, और लगभग 2.5 हजार सीरियाई लोग घायल भी हुए हें।