नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला (NDWBF) का 31वां संस्करण आधिकारिक तौर पर 25 फरवरी को नई दिल्ली के प्रगति मैदान में शुरू हुआ। Sputnik ने जाकर देखा कैसा है इस बार का विश्व पुस्तक मेला।
नेशनल बुक ट्रस्ट (NBT) ने इंडिया ट्रेड प्रमोशन ऑर्गनाइजेशन (ITPO) के सहयोग से यह पुस्तक मेला आयोजित किया है जो 5 मार्च तक चलेगा।इस बार इस मेले का थीम आज़ादी के अमृत महोत्सव पर आधारित है।
इस बार पुस्तक मेले में फ्रांस को सम्मानित अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। फ़्रांस की तरफ से इस बार कुल 16 फ्रांसीसी लेखक मेले में शामिल होंगे। साहित्य के लिए 2022 में नोबेल पुरस्कार विजेता एनी एर्नॉक्स भी इस पुस्तक मेले में शामिल होने आई।
रूस के विदेश मंत्री सर्गे लावरोव ने भी नई दिल्ली में चल रहे विश्व पुस्तक मेले के 31वें संस्करण का दौरा किया, विदेश मंत्री लावरोव G20 विदेश मंत्रियों की दो दिवसीय बैठक में भाग लेने के लिए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली आए हैं।
NDWBF का भौतिक संस्करण दो साल बाद आयोजित किया जा रहा है, क्योंकि कोरोना वायरस के प्रकोप ने इस आयोजन को ऑनलाइन आयोजित करने के लिए विवश कर दिया था। इस बार के पुस्तक मेले में अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ पुस्तक चर्चा, विशेष वार्ता, कार्यशाला, सेमिनार, लॉन्च, मीट-द-ऑथर सत्र, थिएटर, सेना और पुलिस बैंड का प्रदर्शन देखा जा सकेगा।
इसके अलावा आजादी के अमृत महोत्सव की थीम के तहत मेला, भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मनाने के लिए कई प्रकार की सांस्कृतिक और साहित्यिक गतिविधियों की मेजबानी कर रहा है।
इसके अलावा आजादी के अमृत महोत्सव की थीम के तहत मेला, भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मनाने के लिए कई प्रकार की सांस्कृतिक और साहित्यिक गतिविधियों की मेजबानी कर रहा है।
पुस्तक मेले की टिकट ऑनलाइन और 20 मेट्रो स्टेशनों पर उपलब्ध हैं जिनकी कीमत बच्चों के लिए 10 रुपये और वयस्कों के लिए 20 रुपये है, और स्कूली बच्चों, विकलांगों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह पुस्तक मेला मुफ्त है।
डिजिटल युग में NDWBF का आयोजन एक बड़ी चुनौती है, हालांकि यहां आए हुए लोगों को देखकर लगता है कि पुस्तकों ने अपना महत्व पूरी तरह से नहीं खोया है, और पुस्तकों को खरीदने से लेकर बनाने और बेचने वालों के लिए ये पुस्तक मेला एक बहुत बड़ा आयोजन स्थल है।