भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को कहा कि G20 सदस्य देशों में यूक्रेन संकट पर "मतभेद" थे और मतभेदों को दूर नहीं किया जा सका, इस कारण संयुक्त बयान जारी नहीं किए गए।
संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि G20 बैठक में सभी सदस्य देशों और 13 अतिथि देशों ने भागीदारी की। गुरुवार को 27 देशों के विदेश मंत्री बैठक में शामिल हुए हैं।
“यह G20 प्रेसीडेंसी में आयोजित विदेश मंत्रियों की सबसे बड़ी सभा थी। वैश्विक तनाव और आतंकवाद को रोकने के मामले में बहुपक्षवाद आज संकट में है,” जयशंकर ने कहा।
G20 की बैठक में यूक्रेन संकट पर बातचीत के संबंध में जयशंकर ने कहा कि अलग-अलग धारणाएं सामने आईं। हालांकि साथ ही उन्होंने कहा कि बैठक में अनेक मुद्दों पर सहमति बनी है।
"हमारा प्रयास है कि ‘ग्लोबल साउथ' की आवाज सुनी जाए। यूक्रेन संकट के कारण G20 सदस्य देशों को एक टेबल पर नहीं लाया जा सका," जयशंकर ने कहा।