शी जिनपिंग को शुक्रवार को चीन के राष्ट्रपति के रूप में तीसरे कार्यकाल के लिए चुन लिया गया है फलस्वरूप वह पिछली कई पीढ़ियों में देश के सबसे ताकतवर नेता के रूप में सामने आए हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक शी जिनपिंग को 14वीं नेशनल पीपुल्स कांग्रेस के चल रहे सत्र में सर्वसम्मति से पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (पीआरसी) का अध्यक्ष और केंद्रीय सैन्य आयोग (सीएमसी) का प्रमुख चुना गया है।
लगातार तीसरी बार इस पद पर बने रहने वाले वे देश के पहले राष्ट्रपति हैं। उनसे पहले पार्टी के संस्थापक माओत्से तुंग ने दो बार अपने पांच-पांच साल का कार्यकाल पूरा किया था।
दरअसल साल 2022 के अक्टूबर महीने में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) के प्रमुख के रूप में शी जिनपिंग को पांच साल का एक और कार्यकाल मिला था। इसके बाद अब चीन की संसद द्वारा एक बार फिर उन्हें राष्ट्रपति के रूप में नियुक्ति दी गई है।
बता दें कि पहले चीन के राष्ट्रपति पांच साल के दो कार्यकाल या अधिकतम 68 साल की उम्र तक ही राष्ट्रपति रह सकते थे लेकिन साल 2013 में सत्ता में आए शी जिनपिंग ने वर्ष 2018 में इस नियम को खत्म कर दिया। यही वजह है कि शी जिनपिंग 69 साल के होने और दो कार्यकाल सफलतापूर्वक कर लेने के बाद भी तीसरी बार अभूतपूर्व तरीके से देश के राष्ट्रपति चुने गए हैं।