भारतीय मीडिया के अनुसार, भारतीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने संसद में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि इंडो-रशियन राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड नामक संयुक्त उद्यम ने स्थानीय असॉल्ट राइफलों के उत्पादन की शुरुआत के लिए सभी प्रकार के जरूरी औपचारिकता समाप्त कर लिया है।
उन्होंने कहा कि अब राइफलें उत्पादन और परीक्षण के चरण पर हैं। मंत्री ने यह भी बताया कि АК-203 राइफलों के प्रयोग की मदद से भारतीय रक्षा बलों को असॉल्ट राइफलों के संदर्भ में आत्मनिर्भरता मिलेगी।
रूस के हथियार के सरकारी निर्यातक रोसोबोरोनेक्सपोर्त के सीईओ अलेक्जेंडर मिखेयेव ने जनवरी में घोषणा की थी कि उत्तर प्रदेश के अमेठी में कोरवा ऑर्डनेंस फैक्ट्री में पहले 7.62 मिमी AK-203 राइफलों का उत्पादन किया गया था।
इंडो-रशियन राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड नामक संयुक्त उद्यम मेक इन इंडिया और डीएपी-2020 के नियमों का पालन पूरी तरह से करता है। भारत पहला देश बन गया है जिस में विश्व भर में प्रसिद्ध कलाश्निकोव ब्रांड की असॉल्ट राइफलों के "200वें" विकल्प का औपचारिक उत्पादन शुरू किया गया।