भारतीय पेट्रोलियम मंत्रालय के आधिकरिक सूत्र ने मंगलवार को बताया कि भारत ग्रुप-7 (G-7) और अन्य पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए मूल्य सीमा से नीचे की दरों पर रूसी तेल खरीदने के लिए बाध्य नहीं है।
साथ ही सूत्रों का दावा है कि भारत मूल्य सीमा का पालन करने को तैयार नहीं है। गौरतलब है कि पिछले वर्ष दिसंबर में एक मीडिया ब्रीफिंग में भारतीय विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर रूस से कच्चे तेल के आयात पर कहा था कि यह बाजार से जुड़े कारकों से प्रेरित हैं। इससे पहले एक कार्यक्रम में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने जोर देते हुए कहा था कि भारत को जहां से भी तेल मिलेगा वह इसे खरीदना जारी रखेगी और सरकार किसी के दबाव में नहीं है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा उपभोक्ता भारत को रूसी तेल का निर्यात मार्च में चौगुना हो गया है। रूस ने अब तक सिर्फ मार्च में भारत को एक दिन में 360,000 बैरल तेल का निर्यात किया है, जो 2021 के औसत से लगभग चार गुना अधिक है।