बारामती के एक शख्स ने अपने पिता के द्वारा 3 हजार फीट में बनाए गए दो मंजिला मकान को जैक की मदद से दूसरी जगह शिफ्ट करने का फैसला किया।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक बारामती के गांव कटेवाड़ी में रहने वाले अकबर दादा साहब मुलानी के पिता ने एक दो मंजिला मकान बनवाया था लेकिन हाईवे के निर्माण के बीच में उनका मकान आ गया। जिसे प्रशासन ने हटाने का आदेश आया। मुलानी ने अपने पिता द्वारा बनाए गए घर को बचाने के लिए एक तरकीब निकली और घर को 12 से 15 फीट पीछे ले जाने का फैसला किया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एक महीने से काम चल रहा है और अगले दो दिनों में इसे पूरा कर लिया जाएगा। इमारत को 5 फीट ऊंचा किया जाएगा और 9 फीट पीछे ले जाया जाएगा।
इस काम को पूरा करने के लिए मोहनलाल नाम के एक विशेष ठेकेदार को बुलाया गया है। अब तक, वह उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली और अन्य में 1,000 से अधिक भवनों को स्थानांतरित कर चुके हैं।
मोहनलाल ने खुलासा किया कि इमारत को गिराना महंगा होता और नए भवन पर 50 लाख रुपये खर्च होते। पीछे कुछ जगह बची थी, इसलिए घर शिफ्ट कर लिया।