भारत ने बुधवार को देश में आतंकवादी गतिविधियों को सहायता और बढ़ावा देने के लिए खालिस्तानी समर्थक लोगों द्वारा ब्रिटेन की शरण स्थिति के दुरुपयोग पर चिंता जताई है।
"ब्रिटेन में खालिस्तान समर्थकों की बढ़ती संख्या उन्हें भारत में आतंकी गतिविधियों का समर्थन करने में सक्षम बनाता है," सरकार ने बुधवार को दिल्ली में गृह मंत्रालय और उसके ब्रिटिश समकक्ष के बीच बातचीत के दौरान कहा।
साथ ही भारत ने ब्रिटेन स्थित खालिस्तान समर्थकों की कड़ी निगरानी और उनके खिलाफ सक्रिय कार्रवाई की मांग की है। मिली जानकारी के मुताबिक अमृतपाल सिंह की तलाशी का विरोध कर रहे खालिस्तान समर्थकों द्वारा पिछले महीने लंदन में भारतीय उच्चायोग परिसर में की गई घुसपैठ का भी मुद्दा उठाया गया था।
"लंदन में भारतीय दूतावास में तोड़फोड़ करने वाले कई लोगों ने राजनीतिक शरण ली है। हमने इस मामले को बैठक में उठाया था," बैठक में शामिल एक भारतीय अधिकारी ने स्थानीय मीडिया से कहा।
गौरतलब है कि विदेश मंत्रालय (MEA) ने पिछले महीने खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनकारियों द्वारा लंदन में उच्चायोग में भारतीय ध्वज उतारने के बाद ब्रिटेन के उप उच्चायुक्त को तलब किया था। बता दें कि खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथी अमृतपाल सिंह पर पंजाब पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई का विरोध कर रहे थे।