सीरिया और सऊदी अरब ने गुरुवार को जारी एक संयुक्त बयान में दूतावास सेवाओं और उड़ानों को फिर से शुरू करने पर सहमति जताई है।
सऊदी विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान अल सऊद के निमंत्रण पर सीरिया के विदेश मंत्री फैसल मिकदाद के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों के बारे में बातचीत के लिए बुधवार को सऊदी अरब पहुंचे, दोनों देशों के राज्य मीडिया ने बताया।
"बैठक में दोनों पक्षों ने सुरक्षा बढ़ाने और आतंकवाद के सभी रूपों का मुकाबला करने और नशीली दवाओं की तस्करी से निपटने में सहयोग बढ़ाने के महत्व पर भी चर्चा की," दोनों देशों ने एक संयुक्त बयान में कहा।
दरअसल 2012 में सऊदी अरब द्वारा सीरिया के साथ राजनयिक संबंध तोड़ने के बाद पहली बार सीरिया के शीर्ष राजनयिक ने राज्य का दौरा किया है।
गौरतलब है कि साल 2011 में शुरू हुए एक विद्रोह-गृहयुद्ध में सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद की प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई को लेकर अरब सरकारों द्वारा सीरिया का व्यापक रूप से बहिष्कार किया गया था। सीरिया के अरब लीग से बेदखल होने के साथ संबंधों में खटास आ गई। हालाँकि, हाल के वर्षों में, असद ने देश के अधिकांश हिस्सों पर नियंत्रण कर लिया है, सीरिया के पड़ोसियों ने मेल-मिलाप की दिशा में कदम उठाना शुरू कर दिया है।
इस बीच सीरिया और तुर्की में 6 फरवरी को आए विनाशकारी भूकंप ने अंतरराष्ट्रीय सहानुभूति को जगाया और सऊदी और अन्य अरब देशों के साथ दमिश्क को सहायता देने की प्रक्रिया को गति दी।