यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि 2017 में कुर्सी संभालने के बाद से यूपी में कानून व्यवस्था की स्थिति में काफी सुधार लाया गया है और इसके के साथ साथ अब उत्तर प्रदेश में कोई भी किसी को धमकी तक भी नहीं दे सकता है।
“उत्तर प्रदेश में 2017 से पहले कानून व्यवस्था खराब थी और राज्य दंगों के लिए बदनाम था। पहले राज्य की अस्मिता का संकट था, आज राज्य में अवस्था यह है की यह अपराधियों और माफियाओं के लिए संकट बनता जा रहा है। अब, ना की सिर्फ पेशेवर अपराधी या माफिया किसी को फोन पर धमकी नहीं दे सकते बल्कि कोई भी किसी को धमकी तक नहीं दे सकता है," उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा।
उन्होंने प्रदेश में दंगों की संख्या का हवाला देते हुए कहा कि साल 2012 से 2017 तक 700 से अधिक दंगे जबकि 2007 से 2012 के बीच 364 से अधिक दंगे हुए हैं ।
उमेश पाल अपहरण और हत्या मामले में दोषी अतीक और उसके भाई अशरफ को रात में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में नियमित जांच के लिए प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल में ले जाया जा रहा था। इस दौरान मीडिया कर्मी के भेष में आए तीन युवकों ने उन दोनों की गोली मार कर हत्या कर दी।