बोंदरेंको ने शनिवार को टेलीग्राम पर कहा, "आपातकालीन स्थितियों पर आज के आयोग का मुख्य परिणाम उस्त-कामचत्स्की नगरपालिका जिले के क्षेत्र में आपातकाल की स्थिति की घोषणा है। आयोग ने सर्वसम्मति से इस निर्णय को अपनाया।"
उन्होंने कहा कि आपातकालीन क्षेत्रों में क्लुची, मयसकोये और कोज़ीरेव्स्क नामक गांव शामिल हैं।
रूस के कामचटका क्षेत्र में शिवलुच ज्वालामुखी 11 अप्रैल की तड़के फट गया, जिससे हवा में 20 किलोमीटर (12 मील) तक राख फैल गई। कामचटका प्रायद्वीप के पूर्वी भाग में राख के बादल ने कई गाँवों को ढँक लिया। प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों को अनावश्यक रूप से बाहर नहीं जाने की सलाह दी गई। रूसी ज्वालामुखी विज्ञान और भूकंप विज्ञान संस्थान ने कहा कि क्लुची नामक गांव में राख का गिरना पिछले 60 वर्षों में सबसे भारी था। स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि कुछ क्षेत्रों में राख की परत 20 सेंटीमीटर (7.8 इंच) मोटी थी।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को कहा कि शिवलुच ज्वालामुखी विस्फोट के मद्देनजर स्वास्थ्य कर्मियों को कामचटका निवासियों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए। कामचटका क्षेत्र के गवर्नर व्लादिमीर सोलोडोव ने बुधवार को पुतिन से कहा कि वह रूसी सरकार से (लंग्स)फुफ्फुसीय विशेषज्ञों की मदद लेने और बच्चों के लिए स्वास्थ्य प्रचार अभियान की व्यवस्था करने में मदद करने का निवेदन करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि राख गिरने से प्रभावित स्थानीय निवासियों के जीवन और स्वास्थ्य को तत्काल कोई खतरा नहीं है।
शिवलुच कामचटका के सबसे बड़े, सबसे सक्रिय और लगातार उगलने वाले ज्वालामुखियों में से एक है, साथ ही ग्रह पर सबसे सक्रिय में से भी एक है।