विश्व मलेरिया दिवस प्रति वर्ष 25 अप्रैल को मनाया जाता है। इस दिवस का लक्ष्य मलेरिया की रोकथाम और नियंत्रण में निवेश करने और उनको राजनीतिक सहायता देने की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करना है।
इस दिवस की स्थापना सन 2007 मई में विश्व स्वास्थ्य सभा के 60वें सत्र द्वारा की गई थी। प्रत्येक विश्व मलेरिया दिवस विशिष्ट विषय पर केंद्रित होता है। 2023 में इस दिवस का विषय “शून्य मलेरिया देने का समय: निवेश, नवाचार, कार्यान्वयन” है।
भारत में भी मलेरिया विस्तृत हुआ है, लेकिन देश ने हाल के वर्षों में मलेरिया के मामलों को कम करने में बड़ी प्रगति प्राप्त की है। उदाहरण के लिए, 2017 की तुलना में 2020 में 52 लाख से भी ज्यादा कम मामले सामने आए थे।