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जबलपुर के किसान ने उगाए ₹2.7 लाख प्रति किलो वाले आम, सुरक्षा में लगाए 14 कुत्ते

आम का नाम आते ही अक्सर लोगों के मुंह में पानी आ जाता है। लोग आम के मौसम का बेसब्री से इंतज़ार करते हैं। भारत में आम की कई तरह की किस्में पाई जाती हैं। अल्फांसो, तोतापुरी, सिंदूरी, चौसा, सफेदा, केसर, लंगड़ा समेत भारत में आम की 1000 किस्में पाई जाती हैं।
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भारत में उगाए जाने वाली जापान की एक किस्म ऐसी भी है जिसकी कीमत सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे। मध्य प्रदेश में जबलपुर के बागान मालिक संकल्प सिंह परिहार ने जापान का मियाज़ाकी आम लगाया है जो अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2.7 लाख रुपये प्रति किलो बिकता है। इसके अलावा परिहार ने नेपाल, चीन और अमेरिका की आठ विदेशी नस्लों सहित आम की 24 किस्में भी उगाई हैं।
Sankalp Singh Parihar, a plantation owner from Jabalpur in Madhya Pradesh state, plants Miyazaki mangoes from Japan that sell for Rs 2.7 lakh (approx. $2,300) per kilo in the international market.
Sputnik ने बागान मालिक संकल्प सिंह परिहार से बात की तो उन्होंने बताया कि किस तरह उन्होंने इतनी किस्मों के आम लगाए और आमों की सुरक्षा किस तरह करते हैं। परिहार लगाए गए आमों का अपने बच्चों की तरह ख्याल रखते हैं और इन बेशकीमती संपत्तियों की सुरक्षा के लिए उन्होंने फार्म पर हाईटेक सुरक्षा कैमरों के साथ निगरानी के लिए 14 कुत्ते और चौकीदार तैनात किए हैं।
Sankalp Singh Parihar, a plantation owner from Jabalpur in Madhya Pradesh state, plants Miyazaki mangoes from Japan that sell for Rs 2.7 lakh (approx. $2,300) per kilo in the international market.
"मैं तो हाइब्रिड नारियल के पौधे लेने के लिए चेन्नई जा रहा था और मेरा जो टिकट सेकंड क्लास से अपग्रेड हो कर एसी फर्स्ट में हो गया और उसी कम्पार्टमेंट में एक सज्जन सफर कर रहे थे तो उन्होंने बातों बातों में ऑफर किया कि उनके पास कुछ बहुत एक्सक्लूसिव मैंगो है।जो आप यदि मैनेज कर सकें तो ईश्वर की अपार कृपा से उस समय मेरे जेब में पैसे थे तो मैंने उन्हें खरीद लिया। हम लोगों ने कभी ऐसा नहीं सोचा की ये बहुत एक्सक्लूसिव मैंगो है तो कुछ अलग से इन पर ध्यान दिया जाए। ये अन्य आमों की तरह गार्डन में लगे हुए हैं और जब फल आये तो हम लोग भी आश्चर्यचकित थे क्योंकि यह काफी अलग प्रकार के रूप रंग और अलग टेस्ट के फल थे," बागान मालिक संकल्प सिंह परिहार ने बताया।

अतिरिक्त सुरक्षा

बागान के मालिक परिहार ने बताया कि पिछले साल उनके खेत में चोरी की कई घटनाएं हुई थीं, ऐसे मामलों को रोकने के लिए उन्होंने कुत्तों का विकल्प चुना। मियाज़ाकी के अलावा, उनके खेत में जंबो ग्रीन मैंगो भी है, जिसे तलाला गिर केसर आम, जापानी बैंगन, तइयो नो तमागो के नाम से भी जाना जाता है। नेपाल से केसर बादाम आम, चीन से आइवरी, बाला मैंगीफेरा 'टॉमी' एटकिन्स, जिसे ब्लैक मैंगो के नाम से भी जाना जाता है, उसे भी उनके खेत में भी लहराता देखा जा सकता है। इसके साथ ही आठ अंतरराष्ट्रीय आम किस्मों के साथ ही इस उद्यान में दो दर्जन से अधिक भारतीय आम की किस्मों को लगाया गया है।
Sankalp Singh Parihar, a plantation owner from Jabalpur in Madhya Pradesh state, plants Miyazaki mangoes from Japan that sell for Rs 2.7 lakh (approx. $2,300) per kilo in the international market.
"जहां तक सुरक्षा का प्रश्न है, तो केवल ये आम की कीमत ही वजह नहीं है। 24 किस्म के आम हमारे बाघ में लगे हैं, सभी बहुत ही अच्छे हैं और डिमान्डिंग है चोरी तो पहले भी होती थी मगर जब से ये आम लगें हैं तो इन आमों को देखने भी दूर दूर से लोग आते हैं और यदि उस समय वो आम के पेड़ के फल पूरे चोरी हो गए पाते हैं तो सर बड़ा दुख हमें भी होता है और उनको भी होता है इतनी दूर से आना, हम लोगों को काफी ज्यादा चोरियों का सामना भी करना पड़ा। तब से हमें सुरक्षा कड़ी करनी पड़ी, सीसीटीवी कैमरे, डॉग स्कार्ड सब लगाने पड़े। अभी तो हमारे पास 14 कुत्ते हैं, जिसमें से 10 सिक्योरिटी के काम आते है और 4 सोते हैं। इसके अलावा सिंगल गार्ड बहुत होता है और बाकी हम लोग परिवार के साथ ही रहते हैं," बागान मालिक परिहार ने बताया।
आगे संकल्प सिंह ने कहा कि जापान का यह मियाजाकी आम दुनिया के सबसे महंगे आम के तौर पर जाना जाता है। यह केवल जापान के मियाज़ाकी प्रांत में उगाया जाता है। कीमत लाखों में होने के कारण जापान में इसकी नीलामी की जाती है। और भारतीय मुद्रा में इसकी कीमत 2.7 लाख रुपये है। चीन में पाया जाने वाला ''आइवरी'' आम का औसत वजन 2 से 3 किलो तक होता है।
Sankalp Singh Parihar, a plantation owner from Jabalpur in Madhya Pradesh state, plants Miyazaki mangoes from Japan that sell for Rs 2.7 lakh (approx. $2,300) per kilo in the international market.

"8 किस्में हमने विदेश की लगाई हैं, बहुत सफलतापूर्वक है, वो प्रोडक्शन दे रही हैं। इसके अलावा अन्य करीब सात से आठ किस्में एक्सचेंज करके लाई गई हैं। उम्मीद करते हैं कि यह किस्में भी उतना ही सफलतापूर्वक उत्पादन देंगी जैसे अन्य किस्में दे रही हैं। स्वाद और रंगरूप विदेशी किस्मों की कीमतों पर कुछ हद तक असर डालता है, अगर उनका स्वाद एक अच्छा स्वाद है तो थोड़ा सा और अच्छा रेट मिल जायेगा अगर जो रेट मियाज़ाकी का बताया जाता है की ₹2,70,000 पर किलो का है लेकिन मेरे अनुभव के हिसाब से वह विदेशों की कीमत है क्योंकि वहाँ पे करने की क्षमता काफी ज्यादा है। लोग उतना पे कर सकते हैं और वहाँ डिमांड और सप्लाई में अंतर बहुत ज्यादा है तो वहाँ पर लोगों कीमत पे करके लेते होंगे," संकल्प सिंह ने Sputnik को बताया।

बागान मालिक ने आगे कहा कि इतने महंगे आमों की भारतवर्ष में कीमत मिलना नामुमकिन जैसा है लेकिन हाँ ये खुशी की बात जरूर है हमारे यहाँ पर वो आम हैं जो विदेशों में लाखों रुपये की कीमत दे रहे हैं। और यह हमारे यहाँ पर ओपन एनवायरनमेंट में काफी अच्छे तरीके से प्रोडक्शन दे रहे हैं जिससे हमारी लागत बहुत कम हो जाती है और हम लोग चाहते हैं कि उत्पादन करके विदेशों तक भी पहुंच बनाई जाए तो काफी लाभ किसान भाई प्राप्त कर लेंगे।
Sankalp Singh Parihar, a plantation owner from Jabalpur in Madhya Pradesh state, plants Miyazaki mangoes from Japan that sell for Rs 2.7 lakh (approx. $2,300) per kilo in the international market.
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