पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन के विरोध में 19 विपक्षी पार्टियों ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार करने की घोषणा की है, वहीं चार विपक्षी दलों बीजू जनता दल (BJD), शिरोमणि अकाली दल (SAD), तेलगू देशम पार्टी (TDP) और युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (YSRCP) ने उद्घाटन समारोह में भाग लेने की घोषणा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तमिलनाडु के एक ऐतिहासिक राजदंड सेनगोल को स्पीकर की कुर्सी के समीप नए संसद भवन में स्थापित करेंगे, इस राजदंड को अंग्रेजों ने सत्ता के हस्तांतरण के प्रतीक के रूप में पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को दिया था और इसे इलाहाबाद में एक संग्रहालय में रखा गया था। ऐतिहासिक राजदंड चांदी से बनाया है और इस पर सोने की परत हैं, और यह चोल राजाओं का प्रतीक है। इसके सबसे ऊपर नंदी विराजमान हैं जो 'न्याय' का प्रतीक हैं।
India's new Parliament House building
© Photo : Government of India
BJD प्रवक्ता लेनिन मोहांती द्वारा जारी एक पत्र के जरिए उद्घाटन समारोह में पार्टी के सांसदों की भागीदारी की घोषणा करते हुए पार्टी ने कहा कि उनका मानना है कि लोकतंत्र के प्रतीक के रूप में संसद राजनीति से ऊपर है और उसके अधिकार और कद की सदैव रक्षा की जानी चाहिए। SAD के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में सम्मिलित होंगें। इस बीच YSRCP ने भी पुष्टि की कि वह इस कार्यक्रम में अवश्य सम्मिलित होगी।
तेलुगु देशम पार्टी (TDP) ने कहा कि वह 28 मई को नई दिल्ली में होने वाले नए संसद भवन के उद्घाटन में सम्मिलित होगी। कुछ अन्य जैसे शिवसेना (शिंदे गुट), बहुजन समाज पार्टी (BSP), अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के वहां पहुंचने की आशा है।
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कांग्रेस और AAP के अलावा, जिन लोगों ने बहिष्कार की घोषणा की है, उनमें द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK), शिवसेना (UBT), समाजवादी पार्टी (SP), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, झारखंड मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय लोक दल (RLD), तृणमूल कांग्रेस (TMC), जनता दल (यूनाइटेड), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), राष्ट्रीय जनता दल (RJD), भारत राष्ट्र समिति (BRS) सहित अन्य दल सम्मिलित हैं।
उसी दिन इससे पहले केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा था कि विपक्ष द्वारा कार्यक्रम का बहिष्कार दुर्भाग्यपूर्ण है और वे बहिष्कार करनेवालों को बताना चाहते हैं कि यह एक ऐतिहासिक घटना है। वे उनसे अपने फैसले पर पुनर्विचार करने और इस ऐतिहासिक समारोह में सम्मिलित होने को पुनरावेदन करते हैं।
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