नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कुमार दहल 'प्रचंड' ने कहा कि उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के दौरान दोनों देशों के बीच सीमा विवाद पर चर्चा की।
"मैंने प्रधानमंत्री मोदी से द्विपक्षीय तंत्र के माध्यम से सीमा विवाद मामले को हल करने के लिए कहा है," प्रचंड ने एक संयुक्त प्रेस बयान के दौरान बताया।
गौरतलब है कि नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' भारत की चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर दिल्ली आए हैं। यहाँ उन्होंने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हैदराबाद हाउस में मुलाकात की। इस दौरान दोनों प्रधानमंत्रियों ने संयुक्त रूप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा बथनाहा स्टेशन के माध्यम से भारत-नेपाल लिंक रेल के आठ किलोमीटर लंबे खंड पर कार्गो रेल सेवा का उद्घाटन किया।
"भारत अगले 10 साल में नेपाल से करीब 10,000 मेगावाट बिजली का आयात करेगा। हमने फैसला किया है कि दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और धार्मिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए रामायण सर्किट से संबंधित परियोजनाओं में तेजी लाई जानी चाहिए," संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा।
बता दें कि नेपाल अपने समग्र रणनीतिक हितों के संदर्भ में भारत के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि देश पांच भारतीय राज्यों सिक्किम, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के साथ 1,850 किमी से अधिक की सीमा साझा करता है। लैंड-लॉक राष्ट्र माल और सेवाओं के परिवहन के लिए भारत पर बहुत अधिक निर्भर करता है। अक्सर दोनों देशों के नेताओं ने सदियों पुराने "रोटी बेटी" संबंध को रेखांकित किया है। दिसंबर 2022 में शीर्ष पद संभालने के बाद यह प्रचंड की पहली द्विपक्षीय विदेश यात्रा है।