उत्तर कोरिया द्वारा छोड़े गए टोही उपग्रह के दुर्घटनाग्रस्त होने के एक दिन बाद देश के नेता किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग ने गुरुवार को कहा कि प्योंगयांग जल्द ही जासूसी उपग्रह को कक्षा में स्थापित करेगा।
प्योंगयांग ने प्रक्षेपण स्थल से उड़ान भरने वाले नए चोलिमा-1 रॉकेट की तस्वीरें भी जारी कीं।
प्योंगयांग ने प्रक्षेपण स्थल से उड़ान भरने वाले नए चोलिमा-1 रॉकेट की तस्वीरें भी जारी कीं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्योंगयांग के सैन्य उपग्रह को क्षेत्र में बढ़ती अमेरिकी सैन्य उपस्थिति के प्रतिसंतुलन के रूप में देखा जा रहा है, जो सियोल के साथ वाशिंगटन के चल रहे संयुक्त अभ्यास की ओर इशारा करता है।
उत्तर कोरिया के प्रवक्ता के रूप में काम करने वाली किम यो जोंग ने टोही उपग्रह को स्थापित करने के असफल प्रयास के एक दिन बाद कहा कि जल्द ही दूसरा प्रयास किया जाएगा।
"यह निश्चित है कि कोरिया डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक (DPRK) के सैन्य टोही उपग्रह को निकट भविष्य में अंतरिक्ष की कक्षा में सही ढंग से स्थापित किया जाएगा और यह अपना मिशन शुरू करेगा," किम यो जोंग ने गुरुवार को अपने आधिकारिक नाम से उत्तर कोरिया का जिक्र करते हुए कहा।
संयुक्त राज्य अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान ने प्रक्षेपण की निंदा करते हुए कहा कि यह प्योंगयांग को बैलिस्टिक मिसाइल प्रौद्योगिकी का उपयोग करने वाले किसी भी परीक्षण से प्रतिबंधित करने वाले संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों का उल्लंघन करता है।
किम यो जोंग ने इन आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि इस तरह की आलोचना अपने आप में विरोधाभास है क्योंकि संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य राष्ट्र पहले ही हजारों उपग्रह" लॉन्च कर चुके हैं।
"अमेरिका गैंगस्टरों का एक समूह है जो दावा करेगा कि अगर DPRK गुब्बारे के माध्यम से अंतरिक्ष की कक्षा में एक उपग्रह लॉन्च करता है, तो भी यह अवैध और धमकी भरा है," कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (KCNA)द्वारा दिए गए एक बयान में उन्होंने कहा।
मीडिया ने विश्लेषकों के हवाले से कहा कि यदि उत्तर कोरिया सफल होता है, तो उपग्रह की निगरानी क्षमता एक प्रमुख मुद्दा होगा, जिससे प्योंगयांग को अमेरिकी और दक्षिण कोरियाई सेना को अधिक सटीक रूप से निशाना बनाने में मदद मिलेगी।