सेबों का उत्पादन कश्मीर की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा है, लेकिन अप्रैल और मई में जारी बारिश ने कथित तौर पर इस साल की फसल को खतरे में डाला है।
किसान दावा करते हैं कि पिछले वर्षों की फसल की तुलना में इस साल की फसल के उत्पादों का आकार ज्यादा छोटा होगा और उनको स्कैब का नुकसान होगा, जो एक प्रकार का फंगस है।
सेबों के अलावा, स्ट्रॉबेरी, चेरी और यहां तक कि कुछ सब्जियों जैसे मौसमी फलों पर ठंडे मौसम का प्रभाव पड़ा है, जो आम तौर पर मार्च तक कश्मीर में समाप्त हो जाती है।