भारत के सबसे भयावह ट्रेन हादसों में से एक से प्रभावित हुई रेल पटरियों पर फिर से ट्रेन यातायात 51 घंटे के मरम्मत कार्य के बाद बहाल कर दिया गया है।
कर्मचारियों द्वारा लगातार 51 घंटे के काम के बाद पटरियों को दूसरी ट्रेनों के लिए खोल दिया गया, इस पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सभी के काम की तारीफ करते हुए घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी से कड़ी सजा देना का आश्वाशन भी दिया है।
"सभी ने बहुत अच्छा काम किया है। मुझे प्रभावित परिवारों के लिए बहुत दुख है, लेकिन हम घटना के मूल कारण तक पहुंचेंगे और जो भी जिम्मेदार होगा, उसे कड़ी सजा दी जाएगी," रेल मंत्री ने मीडिया से कहा।
इससे पहले तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने ओडिशा के बालासोर में दुखद ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना पर ट्वीट कर दुख व्यक्त किया।
"अपनी और अपने राष्ट्र की ओर से, मैं भारत के ओडिशा में रेल दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिवारों के साथ-साथ लोगों और भारत सरकार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। हम घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं। हम भारत के साथ खड़े हैं क्योंकि वह दुखद दुर्घटना में लोगों की मौत का शोक मना रहा है," एर्दोगन ने ट्वीट किया।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने नामीबिया में भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि ओडिशा में भीषण ट्रेन दुर्घटना के बाद उन्हें मिले शोक संदेश और समर्थन से पता चलता है कि दुनिया भारत के साथ कितनी जुड़ी हुई है।
"दुनिया भर के कई नेताओं और यहां [नामीबिया] के विदेश मंत्री ने भी एकजुटता व्यक्त की है और सहानुभूति व्यक्त की है। मुझे दुनिया भर से कई संदेश मिले। प्रधानमंत्री को भी बहुत सारे संदेश मिले। यह एक उदाहरण है कि आज की दुनिया कितनी वैश्वीकृत है और दुनिया भारत से कैसे जुड़ी हुई है।" विदेश मंत्री जयशंकर ने रविवार को नामीबिया में कहा।
इससे पहले दिन भारतीय रेलवे बोर्ड ने दुखद ट्रेन दुर्घटना की केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा जांच की सिफारिश की थी। दुर्घटना के कारण होने वाली मौतों की कुल संख्या को ओडिशा सरकार द्वारा 288 से 275 कर दिया है, जिसमें कहा गया है कि कुछ को पहले दो बार गिना गया था।