आंध्र प्रदेश के अनंतपुर और कुरनूल जिले की सीमा में गुंटकल और पथिकोंडा क्षेत्रों के बीच कृषि क्षेत्रों में मानसून के दौरान एक चमत्कार फिर देखा गया जब खेतों में गुलाबी रंग का डायमंड मिला।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मडिकेरा मंडल के बासिनीपल्ली गांव में खेती करते समय एक किसान को एक बड़ा हीरा मिला और यह मौजूदा सीजन में पहला मौका था जब किसान को एक हीरा मिला जिसे उसने 2 करोड़ में बेच दिया। यह शुष्क भूमि हीरों और बहुमूल्य रत्नों को खोजने के लिए एक स्थान बन गई है।
पुराने समय में विजयनगर साम्राज्य के दौरान रायलसीमा को कीमती पत्थरों और हीरों के व्यापार के लिए जाना जाता था। उन दिनों हम्पी के बाजार में हीरे बिका करते थे। कुरनूल में तुगली, जोन्नागिरी, मद्दिकेरे और अनंतपुर जिले के वज्रकरूर की शुष्क भूमि में दशकों से बारिश के मौसम में शुष्क भूमि में कीमती पत्थर दिखाई देते रहे हैं।
एक किसान को 2019 में कथित तौर पर एक हीरा मिला, जिसको उसने 60 लाख रुपये में बेच दिया। 2020 में, दो ग्रामीणों को 5 लाख और 6 लाख के दो कीमती पत्थर मिले। पिछले साल एक शख्स को एक पत्थर मिला, जिसे उसने 40 लाख में बेच दिया। जोनागिरी क्षेत्र के एक अन्य व्यक्ति को कथित तौर पर 30 कैरेट का हीरा मिला और उसने एक साल पहले इसे एक स्थानीय व्यापारी को 1.2 करोड़ में बेच दिया।
इन दिनों हजारों लोग अपनी किस्मत आजमाने के लिए अपनी रोज़मर्रा की नौकरी छोड़ कर हीरों की खोज के लिए गांवों में अस्थायी तंबुओं में रहने आ जाते हैं।