ओलंपिक चैंपियन और पहलवान बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक जनवरी से रेसलर फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के विरुद्ध उनके इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने कहा कि अगर बृजभूषण शरण सिंह अपना स्थान पर बने रहते हैं तो वह एक और विरोध प्रदर्शन करने वाले पहलवान सितंबर के एशियाई खेलों में भाग नहीं लेंगे।
एशियाई खेलों का आयोजन सितंबर में चीन में होने का है। अगर विरोध करने वाले पहलवान टूर्नामेंट से हटते हैं तो यह भारत के लिए झटका होगा क्योंकि 2018 एशियाई खेलों में बजरंग पुनिया और विनेश फोगट स्वर्ण पदक विजेता थे।
एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों के पदक विजेता विनेश फोगट, ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक सहित शीर्ष भारतीय पहलवान यौन उत्पीड़न के आरोपों से संबंधित सिंह के मामले की जांच की मांग कर रहे हैं और साथ ही निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।
पहलवानों ने अधिकारियों को 15 जून तक जांच पूरी करने का अल्टीमेटम देने की घोषणा की। डब्ल्यूएफआई प्रमुख के विरुद्ध दो प्राथमीकियाँ (एफआईआर) पहले ही दायर की जा चुकी हैं।
संघीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने शीर्ष मुक्केबाजों का निरीक्षण समिति को भी बनाया है । मैरी कॉम, लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता योगेश्वर दत्त, पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी तृप्ति मुरगुंडे, भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के मिशन ओलंपिक सेल की सदस्य और SAI की पूर्व प्रशासक राधिका श्रीमन और राजेश राजगोपालन मामले की जांच करेंगी।