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वैगनर चीफ के तख्तापलट के प्रयास के बाद रूस के नागरिकों को रूसी राष्ट्रपति का सम्बोधन

शुक्रवार को, वैगनर सैनिकों और प्रिगोझिन के नाम से फुटेज और ऑडियो सामने आए थे, जिनमें आरोप लगाया गया था कि वैगनर शिविर पर कथित "रूसी मिसाइल आक्रमण" किया गया था। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि ये रिपोर्टें सूचना उकसावा हैं।
Sputnik
वैगनर चीफ येवगेनी प्रिगोझिन के तख्तापलट के प्रयास के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूसी नागरिकों, सेना, सुरक्षा एजेंसियों को संबोधित किया है।

रूस के नागरिकों को रूसी राष्ट्रपति का पूर्ण सम्बोधन

मैं रूस के नागरिकों, सशस्त्र बलों, कानून प्रवर्तन एजेंसियों और विशेष सेवाओं के कर्मियों, उन सैनिकों और कमांडरों को संबोधित कर रहा हूं जो अब लड़ाई के अपने स्थानों पर लड़ रहे हैं, दुश्मन के आक्रमणों को रोक रहे हैं, वे वीरतापूर्वक यह कर रहे हैं। मुझे ज्ञात है, आज मैंने रात को एक बार पुनः सभी दिशाओं के कमांडरों से बात की। मैं उन लोगों को भी संबोधित कर रहा हूं, जिन्हें धोखे या धमकी की सहायता से आपराधिक कार्य में भाग लेने पर, गंभीर अपराध यानी सशस्त्र विद्रोह करने पर विवश किया गया।
आज रूस अपने भविष्य के लिए कठिन संघर्ष कर रहा है, नव-नाज़ियों और उनके मालिकों की आक्रामकता को रोक रहा है। पश्चिम की संपूर्ण सैन्य, आर्थिक और सूचना ताकत वास्तव में हमारे विरुद्ध है। हम अपने लोगों के जीवन और सुरक्षा, अपनी संप्रभुता और स्वतंत्रता के लिए लड़ रहे हैं। रूसी होने और बने रहने के अधिकार के लिए लड़ रहे हैं, जो एक हजार साल के इतिहास वाला देश है।
इस लड़ाई के दौरान हमारी जनता के भाग्य का निर्णय किया जा रहा है, इसको सभी ताकतों के एकीकरण, एकता, समेकन और जिम्मेदारी की आवश्यकता है। इसके दौरान ऐसी हर चीज को हटाना है जो हमें निर्बल करती है, ऐसे हर मतभेद को हटाना है जिसका प्रयोग हमारी आंतरिक स्थिति को अस्थिर करने के लिए हमारे बाहरी दुश्मन कर सकते हैं या कर रहे हैं।
और इसलिए, हमारी एकता को खंडित करने वाली कार्रवाइयाँ वास्तव में हमारी जनता, हमारे सैन्य साथियों को लेकर विश्वासघात है, जो अब मोर्चे पर लड़ रहे हैं। यह हमारे देश और हमारे लोगों को लेकर विश्वासघात है।
ऐसा ही आक्रमण 1917 में रूस पर किया गया था, जब देश प्रथम विश्व युद्ध में भाग ले रहा था। लेकिन जीत उससे चुरा ली गई थी। साज़िशें, झगड़े, सेना और लोगों की हिस्सेदारी के बिना चलाई गई राजनीति बहुत बड़े सदमे में बदल गई थीं, सेना का विनाश और राज्य का पतन हुआ था,हमने देश के विशाल क्षेत्रों को खोया था। उसके परिणामस्वरूप गृहयुद्ध की त्रासदी हुई थी।
रूसियों ने रूसियों को, भाइयों ने भाइयों को मार डाला था, और सभी प्रकार के राजनीतिक दुस्साहसिक और विदेशी ताकतों ने स्वार्थी लाभ उठाया था और देश को विभाजित कर रहे थे, इसके टुकड़े-टुकड़े कर रहे थे।
हम ऐसी स्थिति एक बार और नहीं होने देंगे। हम किसी भी खतरे से अपने नागरिकों और अपने राज्य दोनों की रक्षा करेंगे। इस में आंतरिक विश्वासघात सम्मिलित है।
और जिस स्थिति का सामना हम कर रहे हैं वह वास्तव में विश्वासघात ही है। अत्यधिक महत्वाकांक्षाओं और व्यक्तिगत हितों के कारण देशद्रोह हुआ। हमारे देश, हमारे लोगों और उस कार्य को लेकर विश्वासघात हुआ, जिसको पूरा करने के लिए हमारी अन्य इकाइयों और उप-इकाइयों के साथ-साथ वैगनर समूह के सैनिकों और कमांडरों ने लड़ाई लड़ी थी और शहीद हो गए थे। उन हीरोज ने सोलेडर और अर्टोमोव्स्क को, डोनबास के शहरों और कस्बों को मुक्त कराया था, नोवोरोसिया के लिए, रूसी दुनिया की एकता के लिए लड़ाई लड़ी थी और अपनी जान दे दी थी। उनके नाम और गौरव को लेकर उन लोगों ने विश्वासघात किया जो विद्रोह आयोजित करने का प्रयास कर रहे हैं, देश को अराजकता और भ्रातृहत्या की ओर धकेल रहे हैं। अंततः हार और कैपिट्यूलेशन(शरती अभ्यर्पण) की ओर [धकेल रहे हैं]।
मैं दोहरा रहा हूं, कोई भी आंतरिक उथल-पुथल हमारे राष्ट्र के लिए, हमारे लिए घातक खतरा है। यह रूस, हमारे लोगों पर आक्रमण है। और ऐसे खतरे से पितृभूमि की रक्षा करने के लिए हमारे कार्य गंभीर होंगे। जिन सब लोगों ने जानबूझकर विश्वासघात के रास्ते को चुना, सशस्त्र विद्रोह की तैयारी की, ब्लैकमेल और आतंकवादी तरीकों के रास्ते को चुना, उनको अपरिहार्य सज़ा मिलेगी, वे कानून के सामने और हमारे लोगों के सामने जवाब देंगे।
यूक्रेन संकट
येवगेनी प्रिगोझिन द्वारा तख्तापलट के प्रयास के बारे में अब तक की जानकारी
सशस्त्र बलों और अन्य सरकारी एजेंसियों को आवश्यक आदेश दिए गए हैं, अब मास्को, मास्को क्षेत्र और कई अन्य क्षेत्रों में अतिरिक्त आतंकवाद विरोधी कदम उठाए जा रहे हैं। रोस्तोव-न-दानू में स्थिति को स्थिर करने के लिए भी निर्णायक कार्रवाई की जाएगी। यह कठिन बना हुआ है, नागरिक और सैन्य अधिकारियों का काम अवरुद्ध है।
रूस के राष्ट्रपति और सुप्रीम कमांडर-इन-चीफ, रूस के नागरिक होने के नाते, मैं देश, संवैधानिक व्यवस्था, नागरिकों के जीवनों, सुरक्षा और नागरिकों की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए सब कुछ करूंगा।
जिन्होंने सैन्य विद्रोह का आयोजन और तैयारी की है , अपने सैन्य साथियों के विरूद्घ हथियार उठाए, उन्होंने रूस को लेकर विश्वासघात किया और इसी कारण उनको जवाब देना पड़ेगा। और मैं उन लोगों से आग्रह कर रहा हूं जिन्हें इस अपराध में भाग लेने पर विवश करने की कोशिश की जा रही है, कि आप घातक और दुखद गलती न करें, एकमात्र सही विकल्प चुनें - आपराधिक कृत्यों में भाग लेना बंद करें।

मुझे विश्वास है कि हम उन चीजों का संरक्षण और बचाव करेंगे, जो हमारे लिए प्रिय और पवित्र हैं, और अपनी मातृभूमि के साथ-साथ किसी भी समस्या को दूर करेंगे, और भी मजबूत बनेंगे।

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