अफगानिस्तान के जलालाबाद में रहने वाली 60 वर्षीय नजीबा 16 लोगों के अपने परिवार के लिए पैसे कमाने के लिए किताबें बेचती है, लेकिन इतने बड़े परिवार के लिए यह कमाई काफी नहीं है।
अफगानिस्तान में आर्थिक संकट के कारण युवाओं के लिए ही नहीं, सब अन्य बड़े लोगों के लिए भी काम की तलाश करना मुश्किल हो गया है, जिसके कारण बहुत अफगान परिवारों की वित्तीय स्थिति और खराब हो गई है।
अफगान अर्थशास्त्री नूर अल्लाह अजीज ने Sputnik को बताया था कि अफगानिस्तान में तालिबान* के शासन के दूसरे वर्ष के अंत तक आर्थिक संकेतकों के अनुसार देश की अर्थव्यवस्था गिरावट की स्थिति में थी।
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*आतंकवाद के कारण संयुकर राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित