राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर "खतरे के निशान" को पार कर 207 मीटर ऊपर बह रही है और बुधवार सुबह तक यमुना का जलस्तर 207.37 मीटर था, अधिकारियों ने बताया।
"सरकार द्वारा अब तक लगभग 7,500 लोगों को निकाला गया है और शिविरों में स्थानांतरित किया गया है; कई जगहों पर लोगों ने बढ़ते पानी से बचने के लिए खुद ही ऊंचे मैदानों पर तंबू लगा लिए हैं और उनमें चले गए हैं," अधिकारियों ने बताया।
अधिकारियों के अनुसार, 204.5 मीटर के जल स्तर को "चेतावनी स्तर" माना जाता है, 205.33 मीटर को "खतरे का स्तर" और 206 मीटर को "निकासी स्तर" के रूप में लिया जाता है।
बता दें कि इससे पहले अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली में यमुना नदी मंगलवार को 10 वर्षों में उच्चतम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई और इसके और बढ़ने की आशा है।
विचारणीय है कि पिछले साल सितंबर में यमुना ने दो बार खतरे के निशान को पार किया था और जलस्तर 206.38 मीटर तक पहुंच गया था। वहीं 2019 में, जल स्तर 206.6 मीटर तक बढ़ गया था जबकि 2013 में यह 207.32 मीटर के स्तर पर पहुंच गया था। हालांकि वर्ष 1978 में नदी का जलस्तर 207.49 मीटर के सर्वकालिक रिकॉर्ड स्तर तक बढ़ गया था।