एक फ्रांसीसी अखबार ने एलिसी पैलेस के सूत्रों का हवाला देते हुए जून में रिपोर्ट दी थी कि मैक्रों ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा से आगामी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए निमंत्रण माँगा था। यह भी कहा गया था कि दक्षिण अफ्रीका ने यह नहीं बताया था कि क्या वह सदस्य देशों के अलावा अन्य अंतरराष्ट्रीय नेताओं को इस कार्यक्रम में सम्मिलित होने की अनुमति देने के लिए तैयार है या नहीं। बाद में मैक्रों के शीर्ष राजनयिक कैथरीन कोलोना ने पुष्टि की कि राष्ट्रपति अगस्त में भारतीय, रूसी, ब्राजीलियाई, चीनी और दक्षिण अफ्रीकी नेताओं की बैठक में भाग लेने में रुचि रखते थे।
प्रकाशन में कहा गया है कि अब ब्रिक्स का अध्यक्ष होने के नाते दक्षिण अफ्रीका ने शिखर सम्मेलन के लिए 70 देशों के नेताओं को निमंत्रण भेजा, लेकिन न तो फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों और न ही संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन के नेता आमंत्रित लोगों में से हैं।
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 22-24 अगस्त जोहान्सबर्ग सैंडटन इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर में आयोजित किया जाएगा। 23 अगस्त को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का मध्य भाग होगा, जिसके दौरान संगठन के सदस्य देशों के नेताओं की बैठक होगी।
अगले दिन 24 अगस्त को ब्रिक्स देशों के नेता ब्रिक्स के सहयोग से आमंत्रित राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों के साथ बैठकें करेंगे और एक आम बैठक भी आयोजित की जाएगी।