विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

अंतरिक्ष में पृथ्वी से सुदूर इलाके में मिली जल वाष्प

जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप के मिड इन्फ्रारेड उपकरण से पता लगाया कि जल वाष्प पृथ्वी की सूर्य से दूरी के बराबर दूरी पर पाया गया है जिससे ऐसा भी हो सकता है कि यह क्षेत्र जीवन के अनुकूल हो।
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दशकों से दुनिया भर के वैज्ञानिक यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि धरती पर पानी कैसे पहुंचा। इसी कड़ी में अब नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने पृथ्वी से सुदूर इलाके में एक ग्रह के बनने के दौरान यह पाया कि वहां जल वाष्प है।

"पीडीएस 70 के बारे में ज्ञान इस बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है कि सूर्य के सौर मंडल में ग्रहों का निर्माण कैसे हुआ, और यह पुष्टि करता है कि पानी उस क्षेत्र में मौजूद है जहां "पृथ्वी के समान ग्रह इकट्ठे हो सकते हैं", अध्ययन का नेतृत्व करने वाले जर्मनी के मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट फॉर एस्ट्रोनॉमी के खगोलशास्त्री गिउलिया पेरोटी ने मीडिया को बताया।

खगोलविदों ने टेलीस्कोप के जरिए यह पता लगाया कि अत्यधिक गर्म जल वाष्प पीडीएस 70 नाम के एक दूर के तारे की आंतरिक रिंग में है। अब इस जल वाष्प के पता चल जाने से इस बात की पुष्टि हुई है कि ग्रहों के निर्माण में पानी पाया जाता है और आने वाली समय में यह खोज जीवन की शुरुआत का पता लगाने में उपयोगी साबित होगी।
जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप दिसंबर 2021 में लॉन्च किया गया था और तब से लेकर अब तक यह अपने कैमरे के जरिए आश्चर्यजनक ब्रह्मांडीय छवियों को अधिक सटीकता से पृथ्वी पर भेज चुका है।
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