"फिलहाल लावरा की 54वीं, 57वीं और 58वीं इमारतों पर हमला हो रहा है। कीव-पेचेर्सक लावरा के मुताबिक पुलिस ने इन इमारतों को घेर लिया है। वे ताले काट चुके हैं और 57वीं इमारत में घुस गए हैं," यूक्रेनी ऑर्थडाक्स चर्च ने कहा।
चर्च ने अतिरिक्त किया कि इन इमारतों में न केवल तीर्थयात्री, बल्कि कीव-पेकर्सक लावरा के कुछ मोंक भी रहते हैं। जैसा कि ऑर्थडाक्स पत्रकारों के संगठन ने आज बताया, चर्च में पुलिस मशीनगनों से लैस है।
मार्च के अंत में यूक्रेन के संस्कृति मंत्रालय द्वारा मोंकों को कीव-पेकर्सक लावरा को छोड़ने की मांग के बाद कीव-पेचेर्स्क लावरा के आसपास संघर्ष बढ़ गया। उनको शर्त दी गई थी: यदि वे यूक्रेन के ऑर्थडाक्स चर्च की दूसरी शाखा का हिस्सा बनते हैं तो वे रह सकते हैं। लावरा के अध्यक्ष मेट्रोपॉलिटन पावेल को अंतर-धार्मिक घृणा भड़काने और रूस के कार्यों का समर्थन करने के आरोप में घर में नजरबंद कर दिया गया था। जुलाई की शुरुआत में उन्हें 33 मिलियन रिव्निया की जमानत पर रिहा कर दिया गया।
11वीं शताब्दी में स्थापित कीव-पेचेर्स्क लावरा रूस का सबसे पुराना मोनास्टेरी है, जो ऑर्थडाक्स धर्म और शिक्षा के मुख्य केंद्रों में से एक है। सोवियत काल में इसे दो बार बंद किया गया था। उसका पुनरुद्धार 1980 के दशक के अंत में शुरू हुआ।