"तुर्की अनाज सौदे की बहाली पर पर्याप्त प्रस्ताव तैयार करता है," फ़िदान ने लवरोव के साथ मुलाकात के दौरान कहा।
रूसी विदेश मंत्री लवरोव ने कहा कि उन्होंने तुर्की के विदेश मंत्रालय के प्रमुख के साथ आगे की प्रक्रिया के लिए कम कीमत पर दस लाख टन रूसी अनाज की आपूर्ति करने की पुतिन की पहल पर चर्चा की थी।
जैसे ही रूस-संयुक्त राष्ट्र ज्ञापन की सभी प्रावधान लागू हो जाएंगी, मास्को तुरंत अनाज सौदे पर वापस आ जाएगा," लवरोव ने अनाज सौदे में रूसी संभावित वापसी पर टिप्पणी करते हुए कहा।
लवरोव ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने उन्हें अनाज समझौते को बहाल करने के लिए अपनी नई पहल के बारे में बताया, लेकिन वे मास्को के लिए इस से कोई गारंटी नहीं मिली है।
इसके अलावा लवरोव ने पुतिन और एर्दोगन की आनेवाली मुलाकात के बारे में भी बताया:
"पुतिन और एर्दोगन की भागीदारी के साथ अगला अनौपचारिक शिखर सम्मेलन निकट समय में आयोजित किया जाएगा, दो राष्ट्रपति साझेदारी की सभी दिशाओं पर विचार करेंगे।"
राष्ट्रपतियों की मुलाकात के अलावा तुर्की के विदेश मंत्री का कहना है कि 1 सितंबर को रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू से करेंगे बैठक।
दूसरे विषयों के साथ रूसी विदेश मंत्री लावरोव ने कहा कि उन्होंने तुर्की के विदेश मंत्रालय के प्रमुख के साथ यूक्रेन की स्थिति और ज़ेलेंस्की के "शांति सूत्र" पर चर्चा की।
31 अगस्त को रूस के विदेश मंत्री सर्गे लवरोव और तुर्की के विदेश मंत्री हाकन फ़िदान मास्को में वार्ता कर रहे हैं।
रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने बुधवार को कहा कि रूसी विदेश मंत्री सर्गे लवरोव और तुर्की के विदेश मंत्री हाकन फ़िदान मास्को में भेंट वार्ता के दौरान एक बैठक में उच्चतम स्तर पर संपर्क कार्यक्रम पर चर्चा करेंगे।
आशा है कि दो विदेश मंत्री ऊर्जा परियोजनाओं के कार्यान्वयन के संदर्भ में द्विपक्षीय सहयोग पर भी चर्चा करेंगे।
मास्को ने अनेक बार कहा कि वह अनाज सौदे में एक बार फिर से भाग लेने के लिए तैयार है जभी देश के लिए सर्वोपरि स्थितियाँ पूरी की जाएंगी।
रूस ने अनाज सौदा क्यों छोड़ा?
22 जुलाई, 2022 में रूस, यूक्रेन, तुर्की और संयुक्त राष्ट्र इस्तांबुल में समझौते पर आम सहमति पाए, जिसका उद्देश्य यूक्रेनी बंदरगाहों से अनाज जहाजों के पारित होने के बदले रूसी उर्वरकों के आपूर्तिकर्ताओं पर प्रतिबंधों को कम करना था। इसमें अनाज से भरे जहाजों की वापसी के लिए यूक्रेनी खदानों से काला सागर तट को साफ़ करने की भी परिकल्पना की गई थी।
लेकिन पश्चिमी देश और यूक्रेन वैश्विक बाजारों में रूसी खाद्यान्न और उर्वरकों के निर्यात को सुविधाजनक बनाने की अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में विफल रहे।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने तब कहा था कि अगर कीव अपने बंदरगाहों से खदानें हटा देता, तो अनाज से भरे जहाज बिना किसी समस्या के निकल सकते।
अनाज सौदा 18 जुलाई को समाप्त हो गया, रूस ने इस में अपनी भागीदारी की समाप्ति के बारे में तुर्की, यूक्रेन और संयुक्त राष्ट्र को सूचित किया। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पहले कहा था कि संयुक्त राष्ट्र के प्रयासों के बावजूद रूस के साथ समझौते की शर्तों को पूरा नहीं किया गया, क्योंकि पश्चिमी देश अपने वादे पूरे नहीं करने वाले थे।
पुतिन ने बार-बार बताया है कि पश्चिम ने अधिकांश यूक्रेनी अनाज अपने राज्यों को निर्यात किया जबकि सौदे का मुख्य लक्ष्य - अफ्रीकी देशों सहित जरूरतमंद देशों को अनाज की आपूर्ति - कभी भी पूरा नहीं हुआ।