G-20 शिखर सम्मेलन अंतरराष्ट्रीय जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखता है, क्योंकि वहां एशिया और यूरोप के सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों के नेता इकट्ठे होते हैं। इस बार यह आयोजन भारत में हो रही है।
शिखर सम्मेलन स्थल पर भारतीय राष्ट्रपति मुर्मू द्वारा G-20 राष्ट्राध्यक्षों और उच्च प्रतिनिधियों के लिए भव्य रात्रिभोज आयोजित किया गया है। कुल मिलकर आमंत्रित लोगों की सूची में लगभग 170 मेहमान हैं। इनमें भारत के सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, कैबिनेट और राज्य मंत्री, केंद्र सरकार में सचिव और अन्य विशिष्ट अतिथि सम्मिलित हैं।
ज्ञात है कि मुर्मू की ओर से G-20 रात्रिभोज के लिए भेजे गए निमंत्रण में ही पारंपरिक 'प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया' की जगह 'प्रेसिडेंट ऑफ भारत' लिखा गया था। यही कारण दुनिया भर में अटकलें चलने लगीं कि मोदी सरकार देश का नाम 'इंडिया' से बदलकर 'भारत' कर देगी।
G-20 की स्थापना 2008 में हुई थी। इसमें यूरोपीय संघ और दुनिया की 19 सब से बड़ी अर्थव्यवस्थाएं सम्मिलित हैं। प्रारंभ में G-20 समूह आर्थिक विषयों पर ही केंद्रित हुआ करता था, पर बाद में इसकी कार्यसूची में विस्तार करते हुए इसमें अन्य बातों के साथ जलवायु परिवर्तन, सतत विकास, स्वास्थ्य, कृषि, ऊर्जा, पर्यावरण, भ्रष्टाचार-विरोध इत्यादि को सम्मिलित किया गया।
2023 में भारत कि अध्यक्षता का विषय "वसुधैव कुंटुंबकम" रखा गया है, जो महा उपनिषद के प्राचीन संस्कृत पाठ से लिया गया है। इसलिए इस शिखर सम्मेलन में वसुधैव कुटुंबकम् की थीम के आधार पर ही 'एक अर्थ', 'एक परिवार' और 'एक भविष्य' सत्र सम्मिलित हैं।