यूक्रेनी प्रतिउत्तरी आक्रमण 4 जून को आरंभ हुआ था। तीन महीने बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा, “प्रतिउत्तरी आक्रमण समस्याओं से भरा नहीं, यह पूरी तरह से विफलता है।" पुतिन के अनुसार, "किसी भी मूल्य पर परिणाम प्राप्त करने" के प्रयासों में यूक्रेन ने “71.5 हजार सैन्य सैनिकों को खो दिया, जैसे कि ये उनके लोग नहीं हों।"
रूसी विज्ञान अकादमी के अमेरिकी और कनाडाई संस्थान के अमेरिकी सैन्य नीति अध्ययन केंद्र के प्रमुख व्लादिमीर बट्युक ने कहा, "अमेरिका एक ऐसा देश है जिसको लूज़र पसंद नहीं हैं। इसके विपरीत वे विजेताओं को पसंद करते हैं, और अब तक यूक्रेनी जवाबी हमला पूरी तरह से विफलता पूर्वक रूप से समाप्त हुआ है।"
विश्लेषकों का मानना है कि विशेष सैन्य अभियान के क्षेत्र में यूक्रेनी सशस्त्र बलों की सफलता की कमी के कारण यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की अमरीकी समर्थन से वंचित हो सकते हैं और इसके उपरांत राष्ट्रपति पद से त्यागपत्र दे सकते हैं।
ज़ेलेंस्की की असफल यात्रा के प्रमुख क्षण
प्रारंभ से ही ज़ेलेंस्की की यात्रा अच्छी नहीं रही, क्योंकि उनके आने से पहले प्रमुख अमेरिकी समाचार पत्र न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक विस्तृत जांच का खुलासा किया है कि DPR बाजार में आम नागरिकों पर यूक्रेनी बुक मिसाइल से आक्रमण का अपराध सिद्ध हुआ।
अमेरिकी कांग्रेस के निचले सदन प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष केविन मैक्कार्थी ने कहा कि वे व्हाइट हाउस द्वारा कीव के लिए अनुरोधित 24 बिलियन डॉलर की प्रतिबद्धता प्रदान नहीं करते हैं।
इसके बजाय यूक्रेन को कुल 325 मिलियन डॉलर का सैन्य सहायता पैकेज दिया गया, जो प्रारंभिक आशाओं से 70 गुना से भी कम है।
विधायकों के व्यस्त होने के बहाने ज़ेलेंस्की को कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करने का अवसर नहीं दिया गया।
ज़ेलेंस्की ने संयुक्त राष्ट्र में भाषण दिया, लेकिन उनके भाषण को इतने कम लोग सुनने आए कि यूक्रेनी मीडिया को उनके वीडियो को संपादित करना पड़ा, जिसके बाद एक अजीबो-गरीब दृश्य देखने को मिला कि ज़ेलेंस्की हॉल में बैठे अपने आपको सुन रहे हैं।
प्रमुख अमेरिकी मीडिया ज़ेलेंस्की की यात्रा के परिणामों को लेकर सशंकित हैं। उन्होंने दावा किया कि ज़ेलेंस्की न मात्र कम आश्वस्त हो गए हैं, बल्कि उनका मज़ाक भी उड़ाये जा रहे हैं।