भारत और कनाडा के बीच चल रहे वाद विवाद के बीच श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि आतंकवादी कनाडा में सुरक्षित हैं और कनाडा के प्रधानमंत्री ने भारत पर बिना किसी सबूत के अपमानजनक आरोप लगाये हैं।
"कुछ आतंकवादियों को कनाडा में सुरक्षित पनाहगाह मिल गई है। कनाडाई प्रधानमंत्री ने बिना किसी सबूत के कुछ अपमानजनक आरोप लगाने का यही तरीका अपनाया है। यही बात उन्होंने श्रीलंका केबारे में भी कही।यह एक भयानक, सरासर झूठ है कि श्रीलंका में नरसंहार हुआ था। हर कोई जानता है कि हमारे देश में कोई नरसंहार नहीं हुआ था,'' उन्होंने कहा।
इससे पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक और गलती करते हुए एक पूर्व नाजी सैनिक का खड़े होकर सम्मान किया, जिसके बाद खुद ही इस घटना को शर्मनाक और असहनीय बताया।
"यह कुछ ऐसा है जो कनाडा की संसद और सभी कनाडाई लोगों के लिए बेहद शर्मनाक है," उन्होंने संवाददाताओं से कहा।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के कनाडा दौरे के समय कनाडा की संसद ने 98 वर्षीय यूक्रेनी अप्रवासी यारोस्लाव हुंका का सम्मान करते हुए संसद को बताया कि हुंका ने यूक्रेनी स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी थी। हुंका द्वितीय विश्व युद्ध में एक नाजी सैन्य इकाई एस एस के 14वें ग्रेनेडियर डिवीजन में काम कर चुका है।