यूक्रेन संघर्ष में अमेरिका और अधिक भाग ले रहा है, अपनी चीन यात्रा के दौरान एक संवाददाता सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति
व्लादिमीर पुतिन ने कहा।
बता दें कि अमेरिका ने हाल के दिनों में यूक्रेन में गुप्त रूप से थोड़ी संख्या में सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलें ATACMS भेजी हैं ताकि कीव को रूसी सेना के खिलाफ लंबी दूरी की मारक क्षमता प्रदान की जा सके।
'रूस संघर्ष हार चुका है' वाले अमेरिकी नेताओं के बयान के सवाल का जवाब देते हुए पुतिन ने सुझाव दिया कि अगर उन्हें लगता है कि रूस हार चुका है तो अमेरिका यूक्रेन से अपने हथियार हटा लें।
यूक्रेन के जवाबी हमले पर राष्ट्रपति ने कहा कि इससे यूक्रेन को नुकसान ही है, कोई परिणाम नहीं।
यूक्रेन संकट की मौजूदा स्थिति को लेकर पुतिन ने कहा कि यूक्रेन बातचीत प्रक्रिया के बारे में सोच रहा है, यह "सही दिशा में परिवर्तन है।" पुतिन ने आगे कहा कि अगर यूक्रेन बातचीत फिर से शुरू करना चाहता है, तो "नाटकीय कार्रवाई की जरूरत नहीं' है, बातचीत पर प्रतिबंध लगाने वाले कानून को रद्द करना जरूरी है।"
इसके साथ पुतिन ने कहा कि "मेरे निर्देश पर, रूसी एयरोस्पेस बल काला सागर के ऊपर हवाई क्षेत्र के तटस्थ क्षेत्र में स्थायी गश्त शुरू कर रहे हैं। हमारे मिग -31 विमान किन्झाल सिस्टम से लैस हैं।"
इज़राइल-हमास संघर्ष पर टिप्पणियाँ देते हुए पुतिन ने कहा कि रूस राजधानी
यरूशलेम के साथ एक
स्वतंत्र फिलिस्तीनी राज्य बनाने के समर्थन में रहा है।
वहीं, पुतिन ने गाजा के अस्पताल पर हमले को त्रासदी और मानवीय तबाही बताया। राष्ट्रपति ने उम्मीद जताई कि यह संकेत होगा कि संघर्ष खत्म करने का समय आ गया है।
गाजा पट्टी के अल-अहली अस्पताल पर 17 अक्टूबर को हमला किया गया था। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 500 से अधिक लोग मारे गए, जिनमें से ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे। संघर्ष के पक्षों ने एक-दूसरे पर इस हमले का आरोप लगाया। फ़िलिस्तीन ने कहा कि हमला इज़रायली विमानों द्वारा किया गया था, जबकि इज़रायल ने कहा कि अस्पताल पर फ़िलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद समूह द्वारा असफल रूप से लॉन्च किए गए रॉकेट से हमला किया गया था।