एक सूत्र ने मीडिया को बताया, "इस मामले पर प्रारंभिक चर्चा जारी है। भारत ने आकलन करने के लिए सभी पांच देशों से व्यापार आंकड़ों को दिखाने का अनुरोध किया है।"
भारत और EAEU ने मार्च 2020 में व्यापार समझौते का मसौदा तैयार किया था। लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। जनवरी 2022 में दोनों पक्षों ने प्रस्तावित व्यापार समझौते से जुड़ी शर्तों को अंतिम रूपरेखा दी, लेकिन रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष शुरू होने के कारण व्यापार समझौते पर आगे की बातचीत और काम जटिल हो गया।
वित्तीय वर्ष 2022-23 में EAEU के साथ भारत का व्यापार कारोबार 50.3 अरब डॉलर था। इसमें रूस के साथ व्यापार कारोबार 49.3 अरब डॉलर था। फिर कजाकिस्तान (641 मिलियन डॉलर), आर्मेनिया (135.3 मिलियन डॉलर), बेलारूस (111.8 मिलियन डॉलर) और किर्गिस्तान (56,6 मिलियन डॉलर) से व्यापार कारोबार बड़ा था। रूस के साथ व्यापार की मात्रा बढ़ाने में मुख्य भूमिका कच्चे तेल की आपूर्ति ने निभाई थी।
यूरेशियन आर्थिक संघ में पांच देश यानी रूस, कजाकिस्तान, बेलारूस, आर्मेनिया और किर्गिस्तान शामिल हैं। रूस न केवल इस समूह का सबसे बड़ा देश है, बल्कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में भारत के साथ EAEU के व्यापार में इसकी हिस्सेदारी 98 प्रतिशत थी। अगर कोई व्यापार समझौता किया जाएगा, तो इससे भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ावा मिलेगा।