एक पश्चिमी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, थाई प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन ने संवाददाताओं को बताया कि भारत और ताइवान के यात्रियों को इस साल 10 नवंबर से 10 मई 2024 तक थाईलैंड में वीजा-मुक्त प्रवेश का आनंद मिलेगा।
देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कैबिनेट बैठक के बाद यह फैसला लिया गया।
थाईलैंड की आय का मुख्य स्त्रोत पर्यटन पर आधारित है। देश द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक थाईलैंड ने जनवरी 2023 से 29 अक्टूबर तक 22 मिलियन आगंतुकों का स्वागत किया, जिससे देश को 927.5 बिलियन baht (25.67 बिलियन डॉलर के बराबर) का राजस्व प्राप्त हुआ।
इससे पहले थाईलैंड सितंबर में चीनी पर्यटकों के लिए भी वीजा की जरूरत को खत्म करने का ऐलान कर चुका है। थाईलैंड की पर्यटन एजेंसी के अनुमान के मुताबिक वर्ष 2023 में चीनी पर्यटकों की संख्या 4 से 4.4 मिलियन के बीच पहुंचने का अनुमान है।
थाईलैंड की इस घोषणा से पहले भारत का पड़ोसी देश श्रीलंका भी ऐसा ही ऐलान कर चुका है। 24 अक्टूबर को किए गए अपने ऐलान में श्रीलंका ने पायलट प्रोजेक्ट के रूप में तत्काल प्रभाव से 31 मार्च तक भारत, रूस, चीन, मलेशिया, जापान, इंडोनेशिया और थाईलैंड को मुफ्त वीजा जारी करने की मंजूरी दी थी।