संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू गुरु पूरब के अवसर पर न्यूयॉर्क के एक गुरुद्वारे में गए, जहां कुछ खालिस्तानी समर्थकों ने उनके सामने खालिस्तान समर्थकों हरदीप सिंह निज्जर और गुरपतवंत सिंह पन्नू को लेकर हंगामा किया।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने सोशल मीडिया साइट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक विडियो साझा करते हुए लिखा कि खालिस्तानियों ने भारतीय राजदूत के साथ धक्का-मुक्की की कोशिश की। इसके साथ साथ उन्होंने खालिस्तानी समर्थकों गुरपतवंत सिंह और हरदीप सिंह निज्जर को लेकर भारतीय राजदूत पर भारत की तथाकथित भूमिका को लेकर आरोप लगाये।
"खालिस्तानियों ने गुरपतवंत की हत्या की असफल साजिश और खालिस्तान जनमत संग्रह अभियान में उनकी भूमिका के लिए निराधार सवालों पर भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू के साथ धक्का-मुक्की की कोशिश की। न्यूयॉर्क के हिक्सविल गुरुद्वारे में खालिस्तान समर्थकों का नेतृत्व करने वाले हिम्मत सिंह ने हरदीप सिंह निज्जर को लेकर भी आरोप लगाए," आरपी सिंह ने कहा।
हाल के दिनों में खालिस्तान समर्थकों द्वारा कनाडा और अमेरिका में भारतीय दूतावासों के बाहर विरोध प्रदर्शन बढ़ गए हैं। ब्रिटेन में भारत के दूत विक्रम दोरईस्वामी को सितंबर में खालिस्तान समर्थक कार्यकर्ताओं ने ग्लासगो में एक गुरुद्वारे में जाने से रोक दिया था।
अमेरिकी कनाडाई नागरिक गुरपतवंत सिंह पन्नू भारत के आतंकवाद विरोधी कानून गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (UAPA) के अंतर्गत प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के प्रमुख हैं। कुछ समय पहले यह रिपोर्ट सामने आई थी कि अमेरिकी अधिकारियों ने गुरपतवंत सिंह पन्नून की हत्या की कथित साजिश का खुलासा किया है और इस योजना में कथित भागीदारी पर भारत को चेतावनी जारी की है।
वहीं कथित खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की 19 जून को कनाडा में ब्रिटिश कोलंबिया के वैंकूवर स्थित एक गुरुद्वारे के बाहर हत्या हो गई थी। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि निज्जर की हत्या से भारत सरकार को जोड़ने वाले "विश्वसनीय आरोप" थे, जिससे दोनों देशों के बीच राजनयिक गतिरोध पैदा हो गया।