इसी साल 19 मार्च और 2 जुलाई को सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमले किए गए थे, इन हमलों की जांच NIA द्वारा की जा रही है। इसी जांच के सिलसिले में पिछले हफ्ते एजेंसी ने पंजाब और हरियाणा में 14 स्थानों पर छापेमारी की थी।
एजेंसी ने वाणिज्य दूतावास हमलों के मामले में पंजाब और हरियाणा के पहचाने गए लोगों के साथ सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से संबंध स्थापित करते हुए उनके विरुद्ध खोजी अभियान आरंभ किए हैं।
इंडिया टुडे ने NIA सूत्रों के हवाले से बताया कि ऑनलाइन कट्टरपंथ से प्रभावित लोगों को हाल ही में कथित तौर पर खालिस्तानी गतिविधियों में भाग लेने के लिए अमेरिका भेजा गया, जिनका प्राथमिक लक्ष्य भारतीय राजनयिक मिशन प्रतीत होते हैं।
NIA के सूत्रों ने कहा कि वह लगभग 30 ऐसे खालिस्तानी समर्थकों की पहचान करने के निकट है जो कथित तौर पर सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास और ब्रिटेन के लंदन में भारतीय उच्चायोग में तोड़फोड़ करने में संलग्न थे।
NIA लगातार जानकारी और साक्ष्य इकट्ठा करने के लिए सैन फ्रांसिस्को और ब्रिटेन में अधिकारियों के साथ सक्रिय रूप से सहयोग कर रही है। इसके अतिरिक्त एजेंसी ने पहले ही सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमले के संबंध में जनता से 10 वांछित आरोपियों के बारे में विवरण मांगा है।